श्याम वशिष्ठ, रणबीर सिंह, सोनीपत। स्कूलों में नया शिक्षा सत्र शुरू हो चुका है तो इंसान संस्थाएं भी अब नर्सरी पहली दूसरी और तीसरी कक्षा के बच्चों को संग्रहालय दर्शन के लिए लेकर पहुंचने शुरू हो गए हैं। मंगलवार को काफी संख्या में स्कूली बच्चों का दल शिक्षकों के साथ 100 से 5 हज़ार साल पुरानी वस्तुएं को देख कर पुराने इतिहास का साक्षात दर्शन किया। ब्यूटीफिकेशन सोसाइटी के सदस्य सचिव राजेश कुमार खत्री ने बताया कि उनके पास स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय सोनीपत को देखने के लिए जिस भी किसी स्कूल से रिक्वेस्ट आती है तो वह उस उस विद्यालय के बच्चों को संग्रहालय दर्शन निशुल्क करवाते हैं।
उन्होंने बताया कि एक निजी स्कूल से 51 मासूम बच्चों ने अपनी अध्यापिकाओं के साथ सुबह के समय पहुंची और संग्रहालय में वैदिक, रामायण, महाभारत, ऋषि मुनि, मिट्टी बर्तन, फ़िल्म, पुलिस करंसी, शहीद, टेलीफोन, हवेली, खेल, गांव, खेती, खजाना, रेलवे स्टेशन, आदि गैलर। उन्होंने बताया कि डिप्टी कमिश्नर सोनीपत सोसाइटी के पदेन अध्यक्ष है। जनहित को ध्यान में रखते हुए और एनसीआर सोनीपत में पर्यटकों को बढ़ावा देने के मकसद को लेकर वर्ष 2014 में जर्जर होकर धरासाई हो चुकी ब्रिटिश कालीन तहसील का जीर्णोद्धार कार्य करने के बाद वस्तुएं सजाने का कार्य अब अंतिम चरण में हैं।