- विश्व क्षय रोग दिवस : बीपीएस राजकीय मेडिकल कॉलेज में किया पीजी क्विज का आयोजन
श्याम वशिष्ठ, रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। विश्व क्षय रोग दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को बीपीएस राजकीय मेडिकल कॉलेज खानपुर कलां में मेडिकल कॉलेज के पीजी छात्रों, युवा डॉक्टरों और संकायों के ज्ञान को बढ़ाने के लिए एक बहुविषयक पीजी क्विज का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 6 विभागों (सामान्य सर्जरी, ऑर्थोपेडिक्स, ईएनटी, जनरल मेडिसिन, बाल रोग, श्वसन चिकित्सा) की टीम ने भाग लिया। प्रतियोगिता में विजेता टीमों को संस्थान के निदेशक डॉ. जगदीश चन्द्र दुरेजा ने सम्मानित किया।
इस दौरान निर्देशक डॉ. दुरेजा ने कहा कि देश को टीबी मुक्त करने के लिए डॉक्टरों अहम भूमिका निभा सकते हैं इसलिए अगर आपको कहीं भी टीबी का मरीज मिले उसे ईलाज करवाने के लिए प्रेरित करें, क्योंकि संस्थान में उसका फ्री ईलाज किया जाता है। उन्होंने देश से तपेदिक को खत्म करने के लिए सभी डॉक्टरों को ज्ञानवर्धन के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर प्रोफेसर एवं प्रमुख श्वसन चिकित्सा एवं नोडल अधिकारी एनटीईपी डॉ. आनंद अग्रवाल ने कहा कि वैश्विक तपेदिक के 27 प्रतिशत मामले भारत में रहते हैं। उनमें से 15 प्रतिशत अतिरिक्त फुफ्फुसीय होते हैं और पॉसिबैसिलरी प्रकृति के कारण पारंपरिक तरीकों का उपयोग करके निदान करना मुश्किल होता है।
एनटीईपी के तहत सीबीएनएएटी के माध्यम से आणविक स्तर पर निदान विधियों की प्रगति और पूरे देश में सीएचसी स्तर पर इसका व्यापक विस्तार हुआ है। उन्होंने कहा कि पॉसिबैसिले तपेदिक के साथ-साथ दवा प्रतिरोधी मामलों का पता लगाने की दर में भी तेजी से वृद्धि हुई है, और यह तपेदिक रोग को खत्म करने में सहायक होगा। नया टीकाकरण अभियान और पीएमटीपीटी कार्यान्वयन वांछित लक्ष्य प्राप्त करने के लिए एनटीईपी कार्यक्रम को और सशक्त बनाएगा, इसके अलावा सामाजिक समर्थन और सहकर्मी समूह परामर्श तपेदिक के डेस्टिग्मेटिज पीडि़तों के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है और उपचार के अनुपालन और आत्म विश्वास में सुधार करता है।