श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार एवं वरिष्ठ भाजपा नेता राजीव जैन ने कहा कि महर्षि दयानन्द सरस्वती ने सामाजिक परिवर्तन एवं समाज सुधार में वैज्ञानिक दृष्टिकोण रखते हुए गोधन की रक्षा एवं गोहत्या के विरुद्ध आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया और उनके अनुसार चरित्र निर्माण शिक्षा का लक्ष्य होना चाहिए। राजीव जैन शनिवार को गांव जुआं के वैदिक ज्ञान योग महाविद्यालय (गुरुकुलम) के प्रांगण में आयोजित पन्द्रहवां वार्षिकोत्तस्व एवं सत्संग समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने महर्षि दयानन्द की 200वीं जन्म जयंती समारोह की बधाई देते हुए कहा कि महर्षि दयानन्द ने आर्य समाज की स्थापना करके शिक्षा एवं धर्म के क्षेत्र में क्रांति ला दी। उन्होंने हिन्दू धर्म में आ गई जड़ता, अन्धविश्वास, आडंबर, पाखंड और अशिक्षा को दूर करने के लिए जबरदस्त आंदोलन खड़ा किया।
उन्होंने कहा कि गुरुकुलों के माध्यम से बच्चों में वैदिक संस्कार एवं व्यक्तित्व निर्माण करने में महत्वपूर्ण भूमिका है, इसलिए आज की युवा पीढ़ी को मोबाइल से हटाकर स्वामी दयानन्द की शिक्षाओं का ज्ञान देना आवश्यक है, ताकि वह अपने मार्ग से ना भटके। इस अवसर पर पंडित अजय शर्मा ने भजनों के माध्यम एवं स्वामी दयानन्द के जीवन पर प्रकाश डाला तथा आचार्य धनंजय ने उनकी शिक्षाओं की विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में आचार्य वेदनिष्ठ, सतबीर छिक्कारा, कुलबीर सिंह छिकारा, जितेंद्र सिंह आर्य, मास्टर सुरजीत सिंह, नरेंद्र सिंह बुरा, सुरेश अंतिल, सायप्रकश मालिक, डॉक्टर महिपाल आर्य, संजय सरपंच, संजीव आर्य, संदीप आर्य और ग्रामीण उपस्थित रहे।