रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। सेवानिवृत्त आईपीएस एवं उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अशोक कुमार ने राई स्थित स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा के कुलपति का कार्यभार संभाल लिया। पद ग्रहण करने के साथ ही उन्होंने स्टाफ से रूबरू होते हुए बेहतरीन तालमेल के साथ यूनिवर्सिटी को बुलंदियों पर पहुंचाने का संकल्प लिया। 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी ने कहा कि विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में बेहतरीन सुविधाएं और माहौल दिया जाएगा, ताकि वे विश्वविद्यालय का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि सरकार ने उन्हें जिस भरोसे के साथ यह जिम्मेदारी दी है उस पर वे खरा उतरने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। विश्वविद्यालय के उत्थान के लिए दिन-रात समर्पित भाव से प्रयासरत रहेंगे। विश्वविद्यालय में अनुशासन और छात्र कल्याण उनकी प्राथमिकताओं में है। शिक्षण तथा गैर-शिक्षण स्टाफ मिलकर अच्छी सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रयास करें।
कुलपति अशोक कुमार ने कहा कि 34 वर्ष तक मेरी कर्मभूमि यूपी और उत्तराखंड और पाकिस्तान बॉर्डर बांग्लादेश बॉर्डर रही है और अब पहली बार मुझे अपनी जन्मभूमि में भी सेवा करने का मौका मिला है। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री मनोहर लाल का धन्यवाद करता हूं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री लगातार खेलों को बढ़ावा दे रहे हैं। प्रधानमंत्री का मानना है कि देश का युवा खेल को भी प्रोफेशन की तरह देखे। हमारा प्रयास भी यही रहेगा कि हम प्रधानमंत्री के खेलों से संबंधित विजन को अच्छी तरह से विश्वविद्यालय में लागू करें। कई ऐसे कोर्सेज चलाने की भी हमारी योजना है, जिससे खिलाडिय़ों को भविष्य में जॉब की चिंता भी ना करनी पड़े और वो खेल में अपना सर्वोच्च योगदान दे सके। उन्होंने कहा कि हमने अक्सर देखा है कि कई होनहार खिलाड़ी पढ़ाई के चक्कर मे खेल से दूर हो जाते हैं, हमारा प्रयास ये रहेगा कि हम खिलाडिय़ों के लिए पढ़ाई और खेल के बीच में सामंजस्य बिठा सके और खेल खेल में पढ़ाई भी हो ऐसी योजनाओं पर काम करेंगे।
स्पोट्र्स को कैरियर के रूप में देख रहे युवाओं के लिए डिग्री व पढ़ाई से सम्बंधित जो भी दिक्कतें हैं उनको दूर करने का प्रयास हम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास ये भी रहेगा कि हम खिलाडिय़ों के कमजोर और मजबूत पक्ष को पहचान करते हुए उनके लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कोर्सेज को विश्वविद्यालय में ही शुरू करें, जिससे हमारे खिलाडिय़ों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग विश्विद्यालय में ही मिल सके। हम खिलाडिय़ों के लिये स्पोट्र्स साइंस में ध्यान देने के साथ ही खिलाडिय़ों के लिये इंजरी रिहैबिलिटेशन सेन्टर की भी शुरुआत करेंगे। कुलपति ने कहा कि बतौर खेल यूनिवर्सिटी के कुलपति के तौर पर मेरा प्रयास ये रहेगा कि हमारे खिलाडिय़ों को कभी कोई भी समस्या ना हो। विश्वविद्यालय में खिलाडिय़ों के लिये ऐसा माहौल तैयार करेंगे, जिससे ज्यादा से ज्यादा वल्र्ड चैंपियन खिलाड़ी यूनिवर्सिटी से निकले और हमारे देश का नाम गर्व से ऊंचा करें।