जींद, श्याम वशिष्ठ। पिछड़े वर्गों के प्रबुद्ध नागरिकों की जींद स्थित जांगिड़ धर्मशाला में अहम बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता पिछडा़ वर्ग कल्याण महासभा जींद के पूर्व प्रभारी सूरतसिंह सैन ने की और एजेण्डा महासभा के पूर्व महासचिव सुरेन्द्र कुमार वर्मा कोथ ने रखा। इस बैठक में हरियाणा में बीसी ए व बी को आबादी के अनुपात में विधायिका एवं न्यायपालिका में हिस्सेदारी देने की मांग की गई। बैठक में डीआईपीआरओ रिटायर्ड सुरेन्द्र वर्मा ने कहा कि हरियाणा में बीसी ए की आबादी लगभग 32 प्रतिशत है, इसलिए वर्ष 2024 के चुनाव में 30 सीटें विधानसभा एवं 3 सीटें लोकसभा की बीसी ए की बनती हैं जो राजनैतिक दलों द्वारा अति पिछड़े वर्गों को दी जानी चाहिए।
उन्होंने हरियाणा में नान क्रीमीलेयर की वार्षिक आय सीमा 6 लाख से बढ़ाकर कम से कम केन्द्र की तर्ज पर 8 लाख रुपये करने, प्रथम व द्वितीय श्रेणी की नौकरियों एवं प्रमोशन में बीसी ए व बी श्रेणियों के अधूरे आरक्षण को क्रमश:16 व 11 प्रतिशत के हिसाब से पूरा करने की सरकार से मांग की है। इस बैठक में बीसी ए व बी श्रेणियों के हितों, आरक्षण एवं अधिकारों बारे विस्तार से चर्चा की गई और संगठन को मजबूत बनाने की आवश्यकता पर विशेष बल दिया गया।
बैठक के माध्यम से सरकार से अनुरोध किया गया कि सरकार व राजनैतिक दल पिछड़े वर्गों की आबादी के हिसाब से मांगों एवं अधिकारों की तरफ ध्यान दे और अति पिछडा़ वर्ग की विधायिका एवं न्यायपालिका में राजनैतिक भागीदारी एवं हक सुनिश्चित करें, ताकि अति पिछडे़ वर्गों का कल्याण एवं उत्थान सम्भव हो सके। इस बैठक में पिछडा़ वर्ग कल्याण महासभा जींद के पूर्व वरिष्ठ उपप्रधान सुरेश कुमार दिनोदिया, पिछड़े वर्ग के विजय जांगडा़ व जयभगवान जांगडा़, सैन समाज सेवा समिति जींद के जिला प्रधान रणबीर सिंह सैन व युवा प्रधान जोगेन्द्र सिंह, सैन कल्याण सभा के प्रधान हरिसिंह सैन, सचिव महेन्द्र सैन, तेली समाज के अली खान व नरेश कुमार, बार-बार यूनियन के प्रधान राकेश सैन, गोरधन दास सैन, धर्मपाल सैन रधाना, राजबीर बाजवान, महेन्द्र सिंह सैन, जोगेन्द्र जांगडा़, सुमेर चाबरी, सुलतान आर्य व अन्य सदस्यों ने भी अपने-अपने विचार रखे व सुझाव रखें और आपसी भाईचारा मजबूत बनाने पर बल दिया।
इस अवसर पर “पिछडा़ वर्ग एकता जिन्दाबाद”, “जिसकी जितनी संख्या भारी-उतनी हो उसकी हिस्सेदारी” आदि प्रेरणादायक नारों के साथ पिछड़े वर्गों के अधिकारों व हितों की आवाज बुलन्द की गई। संगठन को मजबूत बनाने के लिए पिछडा़ वर्ग समाज की आगामी जिला स्तरीय बैठक जींद में 25 फरवरी को प्रातः साढे 11 बजे बुलाने का फैसला भी लिया गया और इस बैठक में अधिक से अधिक पिछड़े वर्गों के लोगों की सक्रियता के साथ भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर विशेष बल दिया गया।