- सभी विभागों के कर्मचारी पीबीएसएस के साथ एक मंच पर हो रहे एकत्रित : प्रमोद ईष्टकान
- महारैली के लिए ब्लॉक से लेकर विभाग स्तर पर लगाई जा रही कर्मचारियों की जिम्मेदारी : पीबीएसएस
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। दीनबंधु छोटूराम तकनीकी विश्वविद्यालय के सेमिनार हाल में पेंशन संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें दीनबंधु छोटूराम विश्वविद्यालय कि सभी विभागों के संगठन व पेंशन बहाली संघर्ष समिति जिला कार्यकारिणी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी विभागों के कर्मचारियों व अधिकारी उपस्थित रहे।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विजेन्द्र धारीवाल प्रदेश अध्यक्ष, पेंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा उपस्थित रहे। प्रदेश में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कर्मचारियों का आंदोलन तेजी पकड़ रहा है। सभी विभागों के कर्मचारी पेंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा के बैनर तले एकत्रित हो रहे है ।
आगामी 11 फरवरी को जींद में ओपीएस संकल्प महारैली की तैयारी चल रही है। इसके लिए ब्लॉक स्तर से विभाग स्तर पर कमेटियों का गठन किया जा रहा है। इस अवसर पर संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजेन्द्र धारीवाल ने पुरानी पेंशन बहाली पर आरबीआई के ब्यान को राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन खत्म कर पुनः एनपीएस लागू करने और केन्द्र व राज्य सरकार पर पुरानी पेंशन बहाली के लिए बन रहे दबाव के खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास करार दिया।
विजेन्द्र धारीवाल ने कहा कि आरबीआई द्वारा ओपीएस बहाली पर वित्तिय दबाव का ब्यान पूरी तरह से निरर्थक और केंद्र सरकार के इशारे पर दिया गया ब्यान है। विजेन्द्र धारीवाल ने कहा कि राज्य और केन्द्र सरकार द्वारा पुरानी पेंशन को लेकर कमेटी का गठन किया गया, लेकिन अभी तक ओपीएस बहाली को लेकर कोई सकारात्मक पहल नहीं कि जा रही। हरियाणा में पेंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा लगातार आंदोलन कर रही है। मुख्यमंत्री आवास घेराव, जिला स्तरीय प्रदर्शन, दिल्ली के रामलीला मैदान में लाखों की संख्या में महारैली के बाद अब हरियाणा के जींद में पुरानी पेंशन बहाली के लिए महारैली की तैयारी चल रही है। कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली तक पीछे हटने वाला नहीं है। इसके लिए अभी विभागों के कर्मचारी और अधिकारी पेंशन बहाली संघर्ष समिति के साथ एक मंच पर एकत्रित हो रहे है।
उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार ओपीएस को बहाल करने की बजाए मुद्दे को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। सरकार द्वारा गठित कमेटी ने भी एक मीटिंग के बाद ना तो दोबारा कोई मीटिंग की गई और ना ही इसको लेकर कोई रिपोर्ट पेश की गई, जोकि ओपीएस पर सरकार के नकारात्मक रवैये को दिखा रही है। इसलिए प्रदेश के कर्मचारियों में इसको लेकर भारी रोष है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जींद में संघर्ष समिति द्वारा महारैली आयोजित की जा रही है, जिसको लेकर लगतार तैयारियां चल रही है। गठबंधन सरकार रैली से पहले हरियाणा में ओपीएस बहाल करे, नहीं तो रैली के बाद संघर्ष समिति द्वारा बड़ा निर्णय लिया जाएगा। प्रदेश मुख्य सलाहकार प्रमोद ईष्टकान ने कहा कि प्रदेश का हर कर्मचारी पुरानी पेंशन की बहाली चाहता है, और इसके लिए वह संघर्ष कर रहा है।
पेंशन बहाली संघर्ष समिति के बैनर तले यह आंदोलन प्रदेश के समस्त कर्मचारी संगठन, युवा संगठन, सामाजिक संगठनों तथा आम जन तक का प्रथम मुद्दा बन चुका है। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष महेन्द्र पाल व महासचिव अजय दहिया व महिला प्रभारी गीता राजपूत, सोनिया ने कहा कि जिले से हजारों की संख्या में कर्मचारी जींद पहुंचेंगे तथा महिलाओं की संख्या भी अधिक से अधिक होंगी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय से डॉक्टर सुरेन्द्र दहिया, राजेश वशिष्ठ, अजमेर सिंह, जगबीर सिंह, आंनद राणा, महेन्द्र, सत्यवान, देवेन्द्र, महेन्द्र सैनी, विजेंद्र, पंकज, सतीश, प्रोफेसर ज्योति दहिया व जिला कार्यकारिणी से रंजीव राणा, राजकुमार व सुदेश कुमारी, राकेश कुमार, राहुल आदि उपस्थित थे।