- धर्म और मानवता की रक्षा हेतु दिया गया गुरु गोबिंद सिंह जी का बलिदान अतुलनीय और अविस्मरणीय : निखिल मदान
- गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, सुजान सिंह पार्क पहुंचकर मेयर निखिल मदान ने गुरु ग्रन्थ साहिब को किया नमन
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। मेयर निखिल मदान ने सिखों के दसवें गुरु श्रीगुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व पर बुधवार को शहर के गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, सुजान सिंह पार्क में पहुंचे और पवित्र गुरु ग्रन्थ साहिब को नमन किया। मेयर निखिल मदान ने कहा कि सिख धर्म के दसवें और अंतिम मानव गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का जीवन एक धर्म विशेष के लिए ही नहीं अपितु समस्त मानव जाति के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उनका जीवन अपने धर्म पर अडिग रहने, उसकी रक्षा करने, देशभक्ति और वीरता का उत्कृष्ट उदाहरण है। गुरु गोबिंद सिंह जी ने मुग़ल शासकों से लड़ते हुए स्वयं औऱ अपने चारों साहिबजादों को धर्म की रक्षा के लिए बलिदान कर दिया, लेकिन धर्म बदलना स्वीकार नहीं किया। ऐसे महान योद्धा और गुरु को वो कोटि-कोटि नमन करते है। धर्म की रक्षा के लिए गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की। उन्होंने अन्याय, अत्याचार और पापों का खत्म करने के लिए और गरीबों की रक्षा के लिए मुगलों के साथ 14 युद्ध लड़े।
धर्म के लिए समस्त परिवार का बलिदान उन्होंने किया, जिसके लिए उन्हें ‘सरबंसदानी’ (पूरे परिवार का दानी ) भी कहा जाता है। इसके अतिरिक्त जनसाधारण में वे कलगीधर, दशमेश, बाजांवाले आदि कई नाम, उपनाम व उपाधियों से भी जाने जाते हैं। इस मौके पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा मेयर निखिल मदान को सम्मान स्वरूप सरोपा भेंट किया गया। संगत को अपने संबोधन में मेयर निखिल मदान ने कहा कि आज हम सबको गुरु गोबिंद सिंह जी के संदेशों को अपने जीवन में अमल करने की बेहद आवश्यकता है, ताकि हम सब एक दूसरे के काम आ सकें और मानवता के रास्ते पर चल सके। इस दौरान प्रधान कुलदीप सिंह, महासचिव सुरेंदर सिंह, सरदार मोहन सिंह मनोचा, हरगोविंद सिंह, राकेश सचदेवा, दलजीत सिंह, गुरदीप सिंह, परमजीत सिंह, रमनदीप सिंह आदि लोग मौजूद रहे।