श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार एवं भाजपा नेता राजीव जैन ने कहा कि दशम गुरु गोबिंद सिंह की कृति राम अवतार में श्रीराम के पूरे जीवन की कथा है और प्रभु राम के सभी युद्धों का वर्णन वीर रस पर आधारित है। राजीव जैन ने गुरु ग्रंथ साहिब के चरणों में माथा टेका और सर्व समाज के कल्याण की कामना की। राजीव जैन ने बुधवार को गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाशोत्सव पर जीवन नगर गुरूद्वारे में आयोजित कार्यक्रम में बधाई देते हुए कहा कि गुरु गोबिंद सिंह तत्कालीन मुग़ल शासक के अत्याचारों को रोकने के लिए भारत कि युद्ध परंपरा को पुनर्जीवित करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने अवतारों को महान योद्धाओं के रूप में प्रस्तुत करने के लिए अवतार कृति का संयोजन भी किया।
गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के पदाधिकारियों ने राजीव जैन को सिरोपा और स्मृति चिह्न भेंट किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या नगरी में गुरु नानक देव जी ने धर्म का संदेश दिया था इसके परिणाम स्वरुप सैंकड़ों निहंग सिखों ने राम मंदिर को बचाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी और आज राम मंदिर का निर्माण होना ऐसे लाखों बलिदानियों के शौर्य का प्रतीक है। राजीव जैन ने कहा की गुरु गोबिंद सिंह ने हिंदुत्व की रक्षा के लिए अपने पूरे परिवार को बलिदान कर दिया और उनके नन्हे बच्चों ने धर्म परिवर्तन करने की बजाये दिवार में चिनना स्वीकार करके बाल बहादुरी की मिसाल पेश की जो आज के युवाओं में देश भक्ति का जज्बा एवं जोश भरने की सदियों सदियों तक प्रेरणा देती रहेगी।