- विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत राज्यपाल ने किया विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों से संवाद
विदेशों में सृजित होंगे तीन करोड़ रोजगार, प्रतिभा के बल पर भारतीय हासिल करेंगे इनमें दो करोड़ रोजगार
समाजसेवा का अपना उदाहरण किया प्रस्तुत, त्याग की भावना ने आज पहुंचाया उच्च मुकाम पर
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। विकसित भारत संकल्प यात्रा के अंतर्गत हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने भक्त फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय खानपुर कलां के शोधार्थियों व शिक्षकों से सीधा संवाद करते हुए राष्ट्र एवं समाज सेवा के लिए प्रोत्साहन दिया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का ध्येय पैसा कमाने की बजाय सेवा का होना चाहिए जिसके लिए उन्हें ज्ञानार्जन कर समाज एवं राष्ट्र सेवा की दिशा में समर्पित होना चाहिए। साथ ही उन्होंने और ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय वाणिज्य सम्मेलन को भी संबोधित किया।
शुक्रवार को भक्त फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय खानपुर कलां में राज्यपाल के संवाद कार्यक्रमों का सफल आयोजन किया गया। शोधार्थियों से संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को विश्वगुरू बनाने की दिशा में आगे बढ़ा रहे हैं, जिसमें आपक सहयोग भी होना चाहिए। इसके लिए समाज के लिए काम करने की जरूरत है। राज्यपाल ने स्वयं का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए बताया कि वे आर्थिक रूप से कमजोर परिवार में जन्मे थे और उनकी माता सब्जी बेचकर गुजरा करती थी। शुरुआत से ही उनके अंदर सेवा की भावना थी, जिसे युवावस्था में विशेष बल मिला। उन्होंने एक झुग्गी बस्ती में बच्चों के स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता की ओर बढ़ाने का प्रयास किया।
बस्ती के 15 लडक़ों व 15 लड़कियों को उन्होंने नहलाना शुरू किया, जिसके कुछ दिन बाद वे स्वयं नहाने लगे। इसके बाद उनके खान-पान पर ध्यान देते हुए दूध पिलाने की व्यवस्था की। बच्चों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहन दिया। बाद में उनमें से दो बच्चे डॉक्टर बने और दो बच्चे इंजीनियर बने। आज उसी त्याग व सेवा की भावना के बूते वे राज्यपाल के रूप में आपके समक्ष है, जबकि उन्हें शिक्षा पूर्ण करने उपरांत बैंक की नौकरी मिल रही थी, जो उन्होंने नहीं की। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि शोधार्थियों को नौकरी मांगने वाले नहीं अपितु देने वाले बनने की ओर अग्रसर होना चाहिए। नकारात्मकता को सदैव दूर रखें। जिज्ञासा व सकारत्मकता के साथ आगे बढ़ें। लक्ष्य रखकर आगे बढ़ें। शिक्षा में तकनीक, नवाचार व शोध होना चाहिए।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इन पर फोकस रहेगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि नित नये परिवर्तन हो रहे हैं। तकनीक विकसित हो रही है। नई शिक्षा नीति में रोजगार देने वाला बनाने पर बल रहेगा। अच्छी स्किल होनी चाहिए। आने वाले समय में दुनियाभर में करीब तीन करोड़ रोजगार सृजित होंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि अपनी मेहनत व प्रतिभा के दम पर उनमें से दो करोड़ रोजगार भारतीय लोग हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि ज्ञान एक बड़ी ताकत है, पैसा नहीं। इसे समझना चाहिए। राज्यपाल ने अच्छे स्वास्थ्य के लिए नियमित रूप से योग-व्यायाम के लिए प्रोत्साहित करते हुए पोषक खान-पान पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हरियाणा की बेटियों ने खेलों में अचछा नाम कमाया है। सांस्कृतिक क्षेत्र में भी आगे बढऩा चाहिए।
संस्कृति का संरक्षण भी जरूरी है जो कि हमारी पहचान है। अपनी परंपराओं व राष्ट्र की मजबूती के लिए योगदान देना चाहिए। साथ ही उन्होंने शुभकामनाएं दी कि भक्त फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय एक आदर्श महिला विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हो। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों से सीधा संवाद करते हुए उन्हें शोधकार्य के दौरान आने वाली समस्याओं तथा उनके लक्ष्य की जानकारी ली। शोधार्थी संवाद कार्यक्रम में शामिल होने से पहले राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शिक्षाविद भक्त फूल सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। साथ ही उन्होंने बहन सुभाषिनी का भी स्मरण किया। इसके उपरांत उन्होंने लौहपुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि के मौके पर उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्घांजलि दी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन भी सीधा प्रसारित किया गया।