- आरकेस्ट्रा पर स्कूली बच्चों ने अपनी कला का किया प्रदर्शन
- लिटल एंजल्स इन्क्लूसिव स्कूल के दिव्यांग बच्चों ने हाइड्रोलिक-मल्टीलेयर स्टेज का किया प्रयोग
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। लिटल एंजल्स स्कूल के 30 वर्ष पूरे होने पर समारोह में जूनियर छात्रों द्वारा युगेन -वीविंग ड्रीम्स डिससर्निंग ब्यूटी इन द टेपेस्ट्री ऑफ द इनफाइनाइट एंड मिस्टिक यूनिवर्स थीम पर आधारित कार्यक्रम पेश किए। स्कूल ने शिक्षा और खेल में अपनी कामयाबी का शानदार प्रदर्शन किया है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ललित बत्रा व डीईओ नवीन गुलिया, प्राचार्या आशा गोयल, उपप्राचार्या गीता अरोड़ा, लिटल एंजल्स इन्क्लूसिव स्कूल की प्राचार्या सोनिया अरोड़ा व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पहुंचने पर अतिथियों का तिलक लगाकर व पुष्पगुच्छ देकर अभिनंदन किया गया। समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया। आरकेस्ट्रा व स्वागत गीत से अतिथियों के अभिनंदन के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।
आरकेस्ट्रा के 100 बच्चों ने विभिन्न वाद्ययंत्रों को बजाकर अपनी कला को प्रदर्शित किया। प्राचार्य आशा गोयल के वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। कक्षा 12वीं में जिला में प्रथम वंशिका नांदल को 11 हजार रुपये नकद व 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले प्रत्येक छात्र को एक हजार रुपये नकद राशि कुल 70 हजार रुपये पुरस्कार स्वरूप दिए। राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विजयी खिलाड़ियों को ट्रॉफी दी गई। लिटल एंजल्स इन्क्लूसिव स्कूल के दिव्यांग बच्चों को भी खेल जगत में महत्वपूर्ण भूमिका व सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पुरस्कार स्वरूप ट्रॅाफी दी गई। युगेन’ थीम पर रंगारंग कार्यक्रम में नाटक, पर्वतारोहण का रोमांच, स्वैछिक सामाजिक संस्थाओं का समाज के उत्थान में योगदान तथा प्राकृतिक आपदाओं का जीवन पर प्रभाव और उस दौरान लोगों का मानवता को सर्वोपरी रखकर एक दूसरे का साथ देना आदि विषयों को मंच पर जीवंत किया।
लिटल एंजल्स इन्क्लूसिव स्कूल के दिव्यांग बच्चों ने हाइड्रोलिक-मल्टीलेयर स्टेज का प्रयोग किया। प्रदर्शनी में थ्रीडी चार्ट्स व आकर्षित मॉडल, आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन सेंटर, शांतिनिकेतन, नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, नालंदा यूनिवर्सिटी, मैकलोड गंज मोनेस्ट्री, नैशनल एकेडमी ऑफ म्यूज़िक, सतीश धवन स्पेस सेंटर, राम मंदिर आदि के आकर्षक मॉडलों व चित्रकारी को बखूबी प्रदर्शित की। अतिथि ने कार्यक्रम और प्रबंधन की सराहना की। प्राचार्य आशा गोयल ने अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर अपना आभार प्रकट किया। अतिथि व अभिभावकों ने समारोह की भूरि-भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।