सीनियर छात्रों द्वारा वार्षिक समारोह व शानदार प्रदर्शनी का आयोजन
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। लिटल एंजल्स स्कूल सोनीपत के सीनियर स्कूल के छात्रों द्वारा वार्षिक समारोह व शानदार प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। 30 वर्षों की इस यात्रा के दौरान विद्यालय ने सफलता की अनेक ऊंचाइयों को छुआ है। खेल जगत व शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालय ने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित की। एक छोटा सा पौधा आज वट वृक्ष के रूप में खड़ा होकर अपनी सफलता का परचम लहरा रहा है। यह वार्षिक समारोह (सोंडर एंब्रेसिंग द टाइमलेस एजलेस इटर्नल जर्नी ऑफ डिफरेंट सोल्स) थीम पर आधारित था।
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री कविता जैन, एक्जीक्यूटिव गेस्ट डॉ. राजश्री सिंह और माननीय अतिथि डॉ. जय किशोर उपस्थित थे। इनके साथ विद्यालय के सेक्रेटरी डॉ. विशाल गर्ग, प्रधानाचार्या आशा गोयल, उपप्रधानाचार्या गीता अरोड़ा, लिटल एंजल्स इन्क्लूसिव स्कूल की प्रधानाचार्या सोनिया अरोड़ा व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मुख्य अतिथि व गणमान्य व्यक्तियों को तिलक लगाकर व पुष्पगुच्छ देकर अभिनंदन किया गया। वार्षिक समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया।
स्कूल ओरकेस्ट्रा व स्वागत गीत के माध्यम से अतिथियों के अभिनंदन के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। ओरकेस्ट्रा के 100 से अधिक बच्चों की विभिन्न वाद्ययंत्रों को बजाने की कला को देखकर सभी रोमांच से भर गए व उनके द्वारा बजाई गई मनमोहक धुनों ने समा बांध दिया। तत्पश्चात् विद्यालय की प्रधानाचार्या आशा गोयल के द्वारा वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी गई, जिसमें विद्यालय की सभी गतिविधियों व उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी गई। कक्षा बारहवीं में सत्र 2022-23 में सोनीपत में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा दिशा दहिया को 11 हजार रुपये नकद राशि व 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले प्रत्येक छात्र को एक रुपये नकद राशि कुल 80 हजार रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गई। इसी के साथ राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विजयी खिलाड़ियों को ट्रॉफी दी गई और उन्हें भविष्य में भी अच्छे खेल प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया गया।
लिटल एंजल्स इन्क्लूसिव स्कूल के दिव्यांग बच्चों को भी खेल जगत में महत्वपूर्ण भूमिका व सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पुरस्कार स्वरूप ट्रॅाफी दी गई। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने शानदार नृत्य प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। सभी गानों व नृत्यों ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। लिटल एंजल्स इन्क्लूसिव स्कूल के दिव्यांग बच्चों के द्वारा एक शानदार प्रस्तुति दी गई, जिसे देखकर सभी आश्चर्यचकित हो गए। सौंडर थीम का मुख्य उद्देश्य यह अनुभूति होना है कि हर व्यक्ति के जीवन में उतनी ही बाधाएं व पेचीदगी है जितनी की आपके। इस थीम के द्वारा बताया गया कि व्यक्ति यदि चाहे तो दृढ़ संकल्प व इच्छा शक्ति से सेवानिवृत होने के बाद भी अपनी यात्राए अपने कर्म को जारी रख सकता है।
पद्मश्री सम्मानित सुजीत चटोपाध्याय व हीराबेन, हिमेश आदि के चरित्र को मंच पर जीवंत कर बच्चों ने जीवन को सही ढ़ंग से जीने की राह दिखाई। एसिड़ हमले के बाद मिसाल बनी प्रिया के साहस को नाटकीय रूपांतर को लोगों ने जमकर सराहा। सफरनामा प्रदर्शनी का शुभारंभ मुख्य अतिथि के करकमलों द्वारा किया गया। इस प्रदर्शनी में बच्चों ने सोशल वेलफेयर, शिक्षा का प्राचीन काल से अब तक का सफर, आध्यात्मिकताएं पर्यावरण सुरक्षा व सीमित प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करना व विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के आपसी सहयोग व कल्पना से परे जीवन आदि, विषयों पर थ्रीडी इफैक्टस के साथ मॉडल व चार्ट बनाकर सभी को अपनी प्रतिभा व कला से आश्चर्यचकित कर दिया। इस वार्षिक उत्सव के दौरान एक हॉबी कार्नर भी बनाया गया। जहां बच्चों ने अपनी कला व चित्रकारी का बखूबी प्रदर्शन किया।
इसमें बच्चों ने बैस्ट आउट ऑफ वेस्ट में आकर्षक व मनमोहक चीज़ें दिखाकर अपनी क्रियात्मकता व सोच को दिखाया। साथ ही बच्चों ने इको फ्रेंडली संदेश देते हुए अनेक सुंदर वस्तुएं भी दिखाई। मुख्य अतिथि ने अपने भाषण के दौरान विद्यालय के 30 वर्ष पूरे होने पर इस शानदार कार्यक्रम के लिए बधाई दीं। उन्होंने कहा कि विद्यालय बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए पूर्ण रूप से प्रयासरत है। साथ ही उन्होंने कहा कि लिटल एंजल्स इन्क्लूसिव स्कूल के विशेष बच्चों के लिए विद्यालय द्वारा किए गए प्रयास सराहनीय हैं। सेक्रेटरी डॉ. विशाल गर्ग ने मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों व अभिभावकों का धन्यवाद किया। उन्होंने अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर अपना आभार प्रकट किया। प्रधानाचार्या आशा गोयल, उपप्रधानाचार्या गीता अरोड़ा ने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी को बधाई दीं।