- रथ और साइकिल यात्रा को लेकर संत नामदेव रोहिल्ला टांक क्षत्रिय सभा ने की बैठक
- सोनीपत में जगह-जगह होगा रथ और साइकिल यात्रा का स्वागत
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। संतनाम देव महाराज की 753वीं जयंती के अवसर पर 23 नवम्बर को पंढरपुर (महाराष्ट्र) से करीब 100 यात्रियों का जत्था भक्ति साइकिल यात्रा पर चल रहा है। करीब 2100 किलोमीटर की यात्रा पूरी करके ये यात्री पंजाब के घुमान में पहुंचेगें। यात्रा 7 दिसम्बर को सांय करीब 6 बजे सोनीपत पहुंचेगी। यात्रा के जिले सोनीपत में पहुंचने पर बहालगढ़ में रथ और साइकिल यात्रा का जोरदार स्वागत किया जाएगा। उसके उपरांत सोनीपत शहर में रथ यात्रा और साइकिल यात्रा का जगह-जगह पर जोरदार स्वागत किया जाएगा। यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर शनिवार को संत नामदेव रोहिल्ला टांक क्षत्रिय सभा सोनीपत की एक बैठक देव नगर में प्रधान संतलाल रोहिल्ला की अध्यक्षता में हुई। जिसमें यात्रा में शामिल सभी यात्रियों के ठहरने और भोजन की व्यवस्था का इंतजाम ककरोई रोड पर जवाहर नगर स्थित संत नामदेव रोहिल्ला टांक धर्मशाला में करने का निर्णय लिया।
बैठक में प्रधान संतलाल रोहिल्ला, धर्मराज रोहिल्ला, सांई गुड्स कैरियर के कृष्णलाल भरत, जय कंवार शर्मा, सतनारायण रोहिल्ला चंचल पार्क, रणबीर रोहिल्ला, चतर सिंह रोहिल्ला, श्यामफूल रोहिल्ला, सतनाराण रोहिल्ला, प्रेम रोहिल्ला, विनोद रोहिल्ला, संजय रोहिल्ला, सचिन रोहिल्ला सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि संत शिरोमणी श्री नामदेव जी महाराज की भव्य रथ और साइकिल यात्रा निकाली जा रही है। इस साइकिल यात्रा में हजारों समाज बंधू शामिल हो रहे हैं। संत शिरोमणि श्री नामदेव महाराज की 753 वीं जयंती के अवसर पर पंढरपुर ( महाराष्ट्र ) से घुमाण (पंजाब) तक लगभग 2100 किलोमीटर की रथ और साइकिल यात्रा इंदोर पहुंची।
नामदेव समाज बंधूओं ने यात्रा का जोरदार स्वागत किया । इस यात्रा का शुभारंभ 23 नवंबर को कार्तिक एकादशी के अवसर पर संत नामदेव महाराज के 17वें वंशज ज्ञानेश्वर माऊली नामदास द्वारा पंढरपुर से किया गया। इस बारे में भागवत धर्म प्रसारक मंडल के अध्यक्ष सूर्यकांत भिसे ने जानकारी दी। भागवत धर्म की नींव संत ज्ञानेश्वर महाराज ने रखी थी। संत शिरोमणि नामदेव महाराज ने उनके साथ धर्म प्रचार का कार्य किया। उन्होंने महाराष्ट्र के कोने-कोने में भागवत धर्म का प्रचार और प्रसार किया। संत ज्ञानेश्वर महाराज की संजीवन समाधि के बाद नामदेव महाराज ने उत्तर भारत में भागवत धर्म की पताका फहरायी। उनके सात्विक विचारों का प्रभाव पंजाब के सिखों में कायम रहा।
पिछले वर्ष भागवत धर्म के विचारों का प्रचार और प्रसार के उद्देश्य से भागवत धर्म प्रसारक मंडल, राज्य पालकी सोहला पत्रकार संघ के सहयोग से पंढरपुर (महाराष्ट्र) से घुमाण (पंजाब) तक साइकिल यात्रा शुरू की थी। विभिन्न राज्यों के भक्तों की मांग के अनुसार भागवत धर्म प्रसारक मंडल, पालखी सोहला पत्रकार संघ, श्री नामदेव दरबार कमिटी (घुमाण) और देश भर के विभिन्न नामदेव शिम्पी समाज संगठनों की ओर से यह यात्रा शुरू की जाएगी। इस यात्रा में सभी उम्र के लगभग एक सौ साइकिल यात्री भाग लेंगे। पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित 9 दिसंबर को चंडीगढ़ में संत नामदेव महाराज की साइकिल यात्रा का स्वागत करेंगे। यह साइकिल यात्रा 12 दिसंबर को घुमान में संपन्न होगी। वापसी में रथयात्रा 23 दिसंबर को पंढरपुर पहुंचेगी।