- विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से उपायुक्तों-निगमायुक्तों की बैठक लेते हुए दिए विशेष दिशा-निर्देश
विकसित भारत संकल्प यात्रा में जन-जन को जोड़ते हुए दी जाएगी बेहतरीन सेवाएं
जोहड़ के आसपास कोई भी व्यक्ति न डालें कूड़ा, करेंगे कड़ी कार्रवाई
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। बीती देर रात्रि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से उपायुक्तों-निगमायुक्तों की बैठक लेते हुए विकसित भारत संकल्प यात्रा के शुभारंभ समारोह की समीक्षा करते हुए विशेष सफाई अभियान के आयोजन की जानकारी दी। इन कार्यक्रमों की सफलता के लिए उन्होंने विशेष दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री की विडियो कान्फ्रेंस के उपरांत उपायुक्त डा. मनोज कुमार ने अपने कैंप कार्यालय में ही संबंधित अधिकारियों की मौके पर बैठक लेते हुए दोनों कार्यक्रमों को लेकर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि जिला के शहरी क्षेत्रों में सघन रूप से साप्ताहिक स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। अभियान में यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी कूड़ा इधर-उधर न डाला जाए।
कूड़ा सीधे डंपिंग ग्राउंड में ही डाला जाए। कहीं भी कूड़े के ढ़ेर दिखाई नहीं देने चाहिए। उपायुक्त ने नगर निगम सहित नगर परिषद तथा नगर पालिकाओं के अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक सप्ताह बाद शहरी क्षेत्र पूर्ण रूप से स्वच्छ रूप में दिखाई दे। किसी भी स्थान, मोहल्ले, गलियों व सडक़ों पर कूड़ा दिखाई नहीं देना चाहिए। इसके लिए सभी पार्षदों तथा आम नागरिकों का सहयोग लेते हुए जोरदार तरीके से अभियान चलाया जाए।उन्होंने निर्देश दिए कि निगम, नगर पालिका तथा नगर परिषद में उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग करते हुए यह अभियान चलाया जाए। इसके बाद औचक निरीक्षण किया जाएगा। अगर कहीं भी काम में कोताही बरती गई तो संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होगा। उपायुक्त ने इस मौके पर विकसित भारत जनसंवाद संकल्प यात्रा के शुभारंभ समारोह को लेकर भी मंथन किया।
उन्होंने कहा कि विकसित भारत जनसंवाद संकल्प यात्रा को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला। यात्रा के माध्यम से लोगों को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। आम जनमानस को इसका लाभ उठाना चाहिए। उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार स्वयं सहायता समूहों के लिए जिला मुख्यालय पर सांझा बाजार लगाने की ओर भी कदम बढ़ाये जायेंगे। इस बाजार में स्वयं सहायता समूहों को दुकान उपलब्ध करवाई जाएगी, जिसमें वे स्वनिर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी करेंगे। यह उत्पाद आम जनमानस की बिक्री के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह योजना महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को उचित प्लेटफार्म देने के लिए है। इससे ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक तौर पर स्वावलंबी बनाने में मदद मिलेगी।