विद्यार्थियों को गौमाता की सेवा के लिए प्रेरित करने के साथ संस्कृति से परिचित करवाना ही उद्देश्य : राजीव जैन
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार एवं साथी फाउंडेशन के चेयरमैन राजीव जैन ने कहा कि विद्यार्थियों को गौमाता की सेवा के लिए प्रेरित करते हुए उन्हें अपनी संस्कृति से जोडना हमारा लक्ष्य है। वर्तमान भागदौड और प्रतिस्पर्धा भरी जिंदगी में युवा पीढी सामाजिक विषयों से हटती जा रही है। ऐसे में समाज के प्रबुद्ध नागरिकों को आगे आकर युवा वर्ग को नई दिषा देने का काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक तौर पर समृद्ध युवा हमारे देश और समाज को मजबूत बनाने का काम करेंगे।
बुधवार को साथी फाउंडेशन के चेयरमैन राजीव जैन ने सिक्का कालोनी स्थित एक प्राइवेट स्कूल प्रबंधन व समाज के प्रबुद्धजनों के साथ मिलकर बॉक्स स्थापित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पहली रोटी गाय को, संकल्प का उद्देष्य युवा पीढ़ी को गौमाता की सेवा के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित करने का है। गाय हमारी संस्कृति का आधार है। भारतीय संस्कृति में गाय को माता का दर्जा दिया गया है। आधुनिकता और पश्चिम सभ्यता के दुष्प्रभाव के चलते वर्तमान में लोगों, विशेषकर युवाओं के मध्य गाय के प्रति भावना नकारात्मक हुई है। हमें मिलकर इस भावना और युवा पीढी की सोच में बदलाव लाना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गौसेवा आयोग का गठन किया, ताकि गौवंश की स्थिति को सुधारा जा सके।
इसके लिए सालाना बजट को 40 करोड रूपए से बढाकर 400 करोड रूपए करने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बहुत स्थानों पर सामाजिक, धार्मिक संस्थाएं गौवंश के उत्थान में अपना योगदान दे रहे हैं। ऐसे में साथी फाउंडेशन द्वारा भी एक मुहिम शुरू की गई है, जिसमें स्कूल-स्कूल जाकर रोटी बॉक्स स्थापित किए जा रहे हैं। इस मुहिम में बच्चों को प्रेरित किया जाएगा कि वह गाय के लिए पहली रोटी लाए, ताकि गाय के प्रति उसकी भावना जुड सके। मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने कहा कि स्कूलों में बॉक्स स्थापित करने के पीछे पुनीत उद्देश्य है कि स्कूली विद्यार्थियों को गौमाता की सेवा के लिए प्रेरित किया जाए। बच्चों को अभी से इस प्रकार के संस्कार दिए जाएं कि वे गौमाता का आदर-सत्कार व सेवा करें। यह भारतीय संस्कृति का अटूट अंग है।
इससे बच्चों में संस्कारों का समावेश भी होगा। उन्होंने स्कूली विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया गया है कि वे अपने घर से एक रोटी लाकर बॉक्स में डालें। रोटियों को एकत्रित करने के उपरांत फाउंडेशन के कार्यकर्ता उन रोटियों को गौशालाओं में पहुंचाएंगे। इस प्रकार यह नियमित कार्य रहेगा, जिसमें विद्यार्थियों की सक्रिय भूमिका रहेगी। इससे गौशालाओं में भी रोजाना गायों के लिए रोटियों का प्रबंध सरलता के साथ होगा। सबके एकजुट प्रयासों से यह मुहिम बेहतरीन परिणाम देगी, जिससे सडकों पर गौवंश को छोडने पर भी रोक लगाने में मदद मिलेगी। धीरे-धीरे इस अभियान को विस्तार दिया जाएगा। इस अवसर पर जितेंद्र चावला, मुकेश बत्रा, सुरेश कथूरिया, ओमप्रकाश नागपाल, जितेंद्र कामरा, मनोज सपड़ा एवं समस्त स्कूल स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।