- विधायक सुरेंद्र पंवार ने सत्र में सड़कों की खस्ता हालत, आशा वर्कर्स की मांग, सुभाष चौक की स्थित 17 दुकानों को मालिकाना हक देने, सोनीपत राठधाना रोड़ बनवाने सहित अन्य मुद्दे मजबूती से उठाए
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। विधायक सुरेंद्र पंवार ने मंगलवार को हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सोनीपत विधानसभा के विभिन्न मुद्दें पुरजोर तरीके से उठाए। उन्होंने सत्र के दौरान सरकार से सड़कों की खस्ता हालत, सुभाष चौक स्थित 17 दुकानों का मालिकाना हक, आशा वर्कर्स, जेई का पे-ग्रेड बढ़ोत्तरी, अवैध कालोनियों को वैध करने सहित अन्य मुद्दों के समाधान की मांग की। विधायक सुरेंद्र पंवार ने विधानसभा के मानसून सत्र में शून्यकाल के दौरान बोलत हुए कहा कि सोनीपत की पीडब्ल्यूडी की सड़कों की हालत दयनीय हो चुकी है। टैंडर अलाट होने के बाद भी कार्य शुरू नहीं किया जा रहा। हालांकि डिप्टी सीएम टैंडर अलॉट होने के तीन माह पहले ही सड़कों का सोनीपत जाकर उद्घाटन भी कर चुके है, लेकिन कोई कार्य शुरू नहीं हुआ, इससे जनता को गुमराह किया जा रहा है।
उन्होंने सरकार से मांग की कि 25 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली सड़कों का कार्य शीघ्र शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि सोनीपत विधानसभा में घोषित अवैध कालोनियों को अभी तक वैध घोषित नहीं किया गया, जबकि मंत्री ने पिछले विधानसभा सत्र में वैध घोषित करने के लिए कहा था। प्रश्नकाल के दौरान पूछे गए इस सवाल के जवाब में संबधित मंत्री ने उतर दिया कि सोनीपत विधानसभा में 35 अनाधिकृत कालोनियों की पहचान की गई है। जिनमें से प्रत्येक को प्राथमिकता के आधार पर आगामी तीन माह के अंदर निर्दिष्ट मापदंडों के पूरा होने पर घोषित क्षेत्र के रूप में अधिसूचित कर दिया जाएगा। इस पर विधायक सुरेंद्र पंवार ने पूछा कि जब तब इन्हें अनाधिकृत घोषित किया है, क्या इसमें मूलभुत आवश्यकताओं के विकास कार्य हो सकते है। इस पर मंत्री ने कहा कि घोषित क्षेत्र होने के बाद ही ये कालोनियां नागरिक मूलभुत सुविधाओं के लिए पात्र होगी।
सोनीपत-राठधाना रोड़ की खस्ता हालत पर भी विधायक सुरेंद्र पंवार ने बोलत हुए कहा कि इस रोड का निर्माण भी विभागों की बीच फंसकर अधर में लटका हुआ है, जिस पर सरकार को संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सोनीपत विधानसभा में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में इंतकाल का मुद्दा उलझा हुआ है, इसका भी सरकार को समाधान निकालना चाहिए। उन्होंने सुभाष चौक स्थित 17 दुकानों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सरकार द्वारा सभी 17 दुकानों के दुकानदारों को मालिकाना हक दिया जाना चाहिए। प्रोपर्टी आईडी व फैमिली आईडी में भी अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है। उन्होंने शून्यकाल के दौरान कहा कि आशा वर्कर्स के वेतमान में बढ़ोत्तरी होनी चाहिए, लिपिकों का वेतमान भी बढ़ाना चाहिए, सोनीपत शुगर मील को नई तकनीक से शुरू किया जाए, ताकि घरों में मील की राखी न पहुंचे।
राजकीय विश्वविद्यालयों में लगे करीब 1000 अतिथि सहायक प्रोफेसरों को नियमित किया जाए, हार्टरोन के तहत विभिन्न विभागों में लगे कर्मचारियों को नियमित किया जाए, जेई के ग्रेड-पे में बढोत्तरी की जाए, एसपीओ के वेतन में भी बढ़ोतरी की जाए, अभी उन्हें 18 हजार रुपये वेतमान मिल रहा है। इसी तरह विधायक सुरेंद्र पंवार ने सत्र के अंतिम दिन अन्य मुद्दे भी स्पीकर के माध्यम से सरकार के संज्ञान में लाए और उनके समाधान की मांग की। विधायक सुरेंद्र पंवार ने कहा कि सोनीपत विधानसभा को निरंतर प्रगति के पथ पर ले जाना ही उनका मुख्य उद्देश्य है, जिसे लिए सड़क से लेकर विधानसभा तक संघर्ष कर रहे है। विधायक सुरेंद्र पंवार ने कहा कि वह हमेशा प्रत्येक विभाग के कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए भी प्रयासरत्त रहते है।