इस महीने आकाश में सर्वाधिक चमकीला दिखाई देगा सौरमंडल का सबसे सुंदर ग्रह शनि
अगस्त महीने के अंत में एक ऐसी खगोलीय घटना घटने वाली है, जिसे दुर्लभ माना जा रहा है। दरअसल शनि आकाश में बड़ा और चमकीला दिखाई देगा, जो चंद्रमा के बाद सबसे चमकीला आकाशीय पिंड होगा। इस समय यह आधी रात को उच्चतम बिंदु पर और सुबह सूर्योदय से पहले लगभग सुबह 4:20 बजे पश्चिमी आकाश में देख सकेंगे, जब यह सूर्य के ठीक सामने होगा। विशेषकर 27-28 अगस्त को। वैसे इस ग्रह को फरवरी 2024 तक नंगी आंखों से आकाश में देखा जा सकता है। 27-28 अगस्त को एक सामान्य टेलीस्कोप से भी इसके छल्लों को भी देखा जा सकेगा।
शनि के छल्ले हमारे सौरमंडल के सबसे शानदार छल्लों का गुट है, जो छोटे – छोटे कणों से लेकर कई मीटर बड़े अनगिनत टुकड़ों से बने हैं, जो इन छल्लों का हिस्सा बनकर शनि की परिक्रमा कर रहें हैं। यह सारे टुकड़े अधिकतर पानी की बर्फ के बने हुए हैं। पृथ्वी से लगभग एक अरब 20 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित शनि ग्रह इस समय पृथ्वी के करीब है, जो इसकी सामान्य दूरी से 45 करोड किलोमीटर कम है। इसका कारण ग्रहों का सूर्य के चारों ओर परिक्रमा पथ का अंडाकार होना है। 378 दिन में एक समय ऐसा होता है, जब अपनी कक्षा में विचरण के दौरान सूर्य के एक ही तरफ की कक्षाओं में आमने-सामने दोनों ग्रह करीब आ जाते हैं। जबकि सूर्य की एक परिक्रमा में पृथ्वी को एक साल और शनि को 29.5 साल का समय लगता है।
इस समय सूर्य के ठीक सामने होने के कारण यह बहुत चमकीला दिखाई देता है। लेकिन नंगी आंखों से इसके छल्लों को नहीं देखा जा सकता है। शनि सर्वाधिक चंद्रमाओं वाला ग्रह है। वर्तमान में इसके 84 चन्द्रमा है। टाइटन इसका सबसे बड़ा चन्द्रमा है, जिसका आकार बुध ग्रह के बराबर है। हमारे सौरमंडल का एक मात्र ही चन्द्रमा है, जिस पर वायुमंडल है। हमारे सौरमंडल में ज्योतिष में इस ग्रह को सबसे कष्ट देने वाला और विनाशकारी माना गया है। ऐसा इसलिए था कि पहले शनि को सबसे दूर का ग्रह माना जाता था, जो स्वर्ग के बिल्कुल नजदीक था। सूर्य से दूर होने के कारण इसे ठंडा, शुष्क और नमी वाला माना जाता था जो अनेकों बीमारियों, गरीबी, मौत आदि का कारक था। यह एक राशि में अढाई वर्ष रहता है। वर्तमान में शनि ग्रह कुंभ राशि में है। कुंभ राशि में होते हुए भी शनि ग्रह अपने से पहली राशि मकर और अगली राशि मीन को भी प्रभावित करता है। इसे ज्योतिष में साढ़े साती कहते हैं। अर्थात शनि एक राशि पर साढे सात साल तक प्रभावित करता है।