- किसान नेता ने कहा, बीजेपी सरकार किसान-विरोधी सरकार : कोहाड
- किसानों को पूरी ताकत के साथ एकजुट होना चाहिए
रणबीर सिंह, सोनीपत। पिछले 6 महीने से रेलवे ऑर्बिटल कॉरिडोर के लिए अधिग्रहित की जा रही जमीन का मुआवज़ा बढ़वाने के लिए किसान केएमपी के पिपली टोल पर धरना दे रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार किसानों की मांगों को लगातार अनसुना कर रही है। आज सैंकड़ों किसानों ने इकट्ठे होकर खरखौदा शहर में मार्च निकालकर तहसील के सामने हरियाणा सरकार का पुतला दहन किया। किसानों ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। धरनारत किसानों ने सर्वसम्मति से फैंसला लिया कि वे आंदोलन के माध्यम से मुआवज़ा बढवाएंगे। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि बीजेपी सरकार किसान-विरोधी सरकार है।
उन्होंने कहा कि यदि किसानों की मांगें नहीं मानी गयी तो आगामी लोकसभा एवम विधानसभा चुनावों में किसान एकजुट होकर भाजपा का विरोध करेंगे। उन्होंने बताया कि किसान अधिकार यात्रा 2 अगस्त से पानीपत के इसराना ब्लॉक से शुरू की जाएगी और उसके बाद पानीपत-सोनीपत के 200 गांवों से होते हुए 10 सितंबर को गोहाना पहुंचेगी, जहां नई अनाज मंडी में किसान महापंचायत की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि अभी तो मात्र चंद एकड़ जमीन सरकार अधिग्रहण कर रही है, लेकिन निकट भविष्य में आईएमटी फेज 2 व अन्य परियोजनाओं के नाम पर सरकार हजारों एकड़ जमीन अधिग्रहण करने जा रही है, जिससे किसानों को भारी-भरकम नुक्सान होगा। इसलिए आज किसानों को पूरी ताकत के साथ एकजुट होना चाहिए।
किसान नेता बिजेंद्र दहिया ने कहा कि आगामी 6 महीने में यूनियन के पदाधिकारी गांव-गांव में जाकर वर्तमान भाजपा सरकार की किसान-विरोधी नीतियों के बारे में लोगों को जागरूक एवम एकजुट करेंगे। इस मौके पर वतन दहिया, देवेंद्र दहिया, राजू दहिया, कर्मबीर दहिया, कृष्ण दहिया, बिजेंद्र दहिया, समुंदर तोमर, शक्ति दहिया, बेदी दहिया, देशपाल दहिया, बस्ती दहिया, बुधराम सिंह कोहाड़, अजय कुमार, प्रवीण दहिया, संजय दहिया, इंदरजीत राणा, राजेन्द्र राणा, कुलबीर दहिया, राजसिंह दहिया, प्रवेश दहिया, विजय सरोहा समेत सैंकड़ों किसान मौजूद रहे।