- चारों रेनीवैल व वाटर बूस्टिंग स्टेशन का किया दौरा
शहर के पूर्वी हिस्से में पेयजल किल्लत के समाधान के लिए लगातार प्रयासरत
रणबीर सिंह, सोनीपत। विधायक सुरेंद्र पंवार ने सोनीपत विधानसभा के पूर्वी हिस्से में हो रही पेयजल किल्लत की समस्या के समाधान के लिए जाजल रेनीवैल पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने खुद ट्रैक्टर का स्टेयरिंग संभाला और अधिकारियों के साथ पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। चारों रैनीवेल व वाटर बूस्टिंग स्टेशन पर पहुचंकर दौरा किया। चारों रैनीवेल व बूस्टिंग स्टेशन की स्थिति ठीक मिली, लेकिन यमुना में पानी का बहाव अधिक होने की वजह से मुख्य पेयजल लाइन बह गई है व बिजली के पोल टूट गए है। जिसकी वजह से शहर में पेयजल आपूर्ति बाधित है।
उन्होंने अधिकारियों को शहर में पेयजल की स्थिति से निपटने के लिए सख्त निर्देश दिए। इस दौरान उनके साथ सीनियर डिप्टी मेयर राजीव सरोहा, पार्षद सूर्या दहिया, कांग्रेस नेता सुरेंद्र छिक्कारा, रणसिंह प्रधान, जयपाल प्रधान, प्रिंस सरोहा विशेष रूप से मौजूद रहे। बता दें कि जाजल में शहर को पेयजल आपूर्ति करने के लिए रैनीवेल बनाए गए है। रैनीवेल से पानी बूस्टिंग स्टेशन के माध्यम से पाइप लाइन के लिए जरिये शहर के पूर्वी क्षेत्र में जाता है। लेकिन बीते दिनों हुई बारिश से यमुना में जल स्तर बढ़ने की वजह से शहर को पेयजल के लिए दबाई गई मुख्य पाइप लाइन बह गई व बिजली के पोल टूट गए। अधिकारियों ने बताया कि वाटर बूस्टिंग स्टेशन व रेनीवैल बिल्कुल ठीक है, सिर्फ पाइप लाइन व बिजली के पोल टूटे हुए। अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही पेयजल कम हो जाएगा, नई लाइन बिछाई जाएगी, इसके साथ ही बिजली के पोल भी लगाए जाएंगे।
जब तक शहर में पेयजल की आपूर्ति ट्यूबवैल्स व पानी के टैंकर्स के माध्यम से की जा रही है। इसके साथ ही यमुना के जल स्तर की वजह से प्रभावित किसानों ने मुआवजे की भी मांग की है। उनकी मांग है कि काश्तकार को सरकार हर हाल में मुआवजा दें। विधायक सुरेंद्र पंवार ने सरकार से मांग की कि प्रभावित किसानों को तुरंत मुआवजा दिया जाए। इसके उपरांत विधायक सुरेंद्र पंवार मुरथल स्थित जलघर में पहुंचे। यहां पर ट्यूबवैल्स की जानकारी ली। नगर निगम एक्सईएन निजेश कुमार व एसडीओ देवेंद्र खासा ने बताया कि सात ट्यूबवैल्स से शहर में सप्लाई दी जाएगी। तीन अतिरिक्त ट्यूबवैल्स पर कार्य चल रहा है। विधायक सुरेंद्र पंवार ने कहा कि उनका प्रयास है कि शहर में पेयजल किल्लत न हो, इसके लिए विधायक कार्यालय व नगर निगम के माध्यम से पेयजल टैंकर्स भेजे जा रहे है।