कुष्ठ रोग निवारण के लिये महत्वपूर्ण ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा स्नान
रणबीर सिंह, सोनीपत। सिद्धपीठ सतकुम्भा तीर्थ धाम के पीठाधीश्वर राजेश स्वरूप महाराज व धाम के प्रबंधक सूरज शास्त्री ने बताया कि कुष्ठ रोग निवारण के लिये ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा स्नान महत्वपूर्ण है। श्रद्धालुओं का मानना है कि सिद्धपीठ तीर्थ सतकुंभा धाम पर तीर्थ में स्नान करने से शरीर के सभी कुष्ठ रोग खत्म हो जाते हैं। ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा, अनला संवत्सर विक्रम संवत 2080, जून 04 रविवार को राहु सांय 05:25 से 07:05 सांय तक है। सुबह 03:23 तक चन्द्रमा वृश्चिक उपरांत धनु राशि पर संचार करेगा। सिद्ध योग सुबह 11:58 तक, उसके बाद साध्य योग लगेगा। इस दौरान सतकुंभा धाम पर स्नान का बड़ा विशेष महत्व है।
संकल्प करके सात स्नान जो सतकुंभा धाम के अमावस्या, पूर्णिमा या कोई भी रविवार को करने चाहिए। इससे श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होती हैं। ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा पर जो श्रद्धालु गंगा, जमुना, हरिद्वार, बद्रीनाथ, केदारनाथ तीर्थों पर नहीं जा सकते तो वे सतकुम्भा तीर्थ में स्नान करके सभी तीर्थों का पुण्य फल प्राप्त होता है। पूर्णिमा बड़ा दिन है और श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण है। सतकुम्भा तीर्थ में स्नान करें, अनन्त भण्डारे का भी आयोजन श्रद्धालुओं के लिए किया जा रहा है, सभी श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करके जाएं।