शिक्षा मंत्री के आवास पर 23 अप्रैल से धरना प्रदर्शन किया जाएगा
चिराग योजना को वापिस लेने और पहली कक्षा में प्रवेश के नियम सरल बनाने के लिए जिला स्तर पर प्रदर्शन करके अध्यापक संघ ने मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन
रणबीर सिंह, सोनीपत। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबंधित सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान जोगिंदर व जिला सचिव नरेंद्र चहल ने अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार सार्वजनिक शिक्षा के ढांचे पर अप्रत्याशित हमले कर रही है। जिससे अभिभावकों और नागरिकों में भारी आक्रोश है। चिराग योजना जो गरीब वंचित लोगों को शोषण के बाजार की ओर धकेल रही है। इस योजना के तहत हरियाणा की पहली ऐसी सरकार है जो अपने शैक्षिक ढांचे को नाकारा साबित करके निजी ढांचे को श्रेष्ठ साबित कर अपने छात्रों को प्राइवेट की ओर जाने के लिए प्रेरित कर रही है।
इस योजना को तुरंत वापस लिया जाए। अगर सरकार समय रहते समस्याओं का समाधान नहीं करती तो 23 अप्रैल से लगातार शिक्षा मंत्री के आवास पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिला प्रेस प्रवक्ता दिनेश छिक्कारा व कोषाध्यक्ष रोहताश गंगाना ने कहा कि पहली कक्षा में दाखिले के लिए आयु का नियम पहले की तरह हो और यह स्कूल की एमआईएस से होना चाहिए। इसके लिए परिवार पहचान पत्र की अनिवार्यता समाप्त की जाए।
मॉडल संस्कृति स्कूल में जहां सरकार 500 से 1000 दाखिला फीस वह मासिक फीस वसूल रही है, उसे वापस लिया जाए व शिक्षा के अधिकार नियम को पूरी तरह से लागू किया जाए। जिला सहसचिव कुलदीप ने कहा कि अध्यापकों के जिला स्तर व निदेशालय स्तर पर लंबे समय से बहुत मामले लंबित हैं, उनका तुरंत समाधान किया जाए। एलटीसी का बजट तुरंत जारी किया जाए व वेतन भत्तों, मेडिकल के सभी प्रकार के बजट तुरंत जारी किए जाएं। अध्यापकों से गैर शैक्षणिक कार्य नहीं लिया जाए। आज के प्रदर्शन में रोहताश चहल, अरविंद दलाल, कुलदीप सिंह, मिड डे मील की जिला प्रधान रोशनी, मीना देवी, सुनीता कुंडू, दिनेश छिक्कारा, रोहतास गंगाना, नरेंद्र चहल, नवीन जसपाल, हंसराज, अशोक भट्टी, जगमोहन, रामकुमार, राजेश दुग्गल, रमेश चंद्र शास्त्री, जसमेर, पवन कुमार धानिया आदि अनेक अध्यापक उपस्थित रहे।