- 75 लाख सूर्य नमस्कार अभियान के तहत विभिन्न गांवों व शहरों में आयोजित किए जा रहे हैं अभ्यास कार्यक्रम सूर्य नमस्कार सिर्फ साधना ही नहीं हैं, शरीर को तमाम स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से दूर रखने का है साधन
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर शुरू किए गए 75 लाख सूर्य नमस्कार अभियान के तहत गांव बादशाहपुर माछरी स्थित राजकीय स्कूल में योग सहायक सरिता बाल्याण द्वारा विद्यार्थियों को सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया गया। योग सहायक ने कहा कि सूर्य नमस्कार सिर्फ साधना ही नहीं है बल्कि शरीर को तमाम स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से दूर रखने का महत्वपूर्ण साधन है। रोजाना सुबह के समय सूर्य के सामने इसे करने से शरीर को विटामिन डी भरपूर मात्रा में मिलता हैं। जिससे शरीर को मजबूती मिलने के साथ ही शरीर को स्वस्थ रखने में काफी सहायता मिलती हैं।
उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार करना शरीर को कई तरीके से फायदा पहुंचाता है। यदि व्यक्ति नियमित रूप से सूर्य नमस्कार का अभ्यास करता है तो शरीर के हर अंग के लिए बहुत सारे लाभ मिलते हैं। सूर्य नमस्कार के योग आसन हृदय, यकृत, आंत, पेट पर बहुत प्रभाव डालते हैं और वजन घटाने के लिए विशेष रूप से लाभकारी हैं। योग सहायक ने कहा कि सूर्य नमस्कार की क्रियाएं करने से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है। इसके अलावा मेटाबोलिज्म में सुधार होता है, मधुमेह प्रबंधन में उपयोगी, सही वजन बनाए रखने में कारगर, मांसपेशियों को मजबूती तथा शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त रखता है।