साहित्य सभा कैथल के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में किया सुशोभित
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य एवं उपलब्ध्यिों के लिए साहित्य सभा कैथल ने बहुभाषाई कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह में जीवीएम गल्र्ज कालेज की प्राचार्या डा. रेनू भाटिया को साहित्य सम्मान से नवाजा है। समारोह के मुख्य अतिथि महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय कैथल के कुलपति प्रो. रमेशचंद्र भारद्वाज व हरियाणा साहित्य अकादमी के निदेशक डा. चंद्रत्रिखा ने उन्हें मीनू सिंघल स्मृति साहित्य सम्मान से सुशोभित करते हुए शुभकामनाएं दी। कालेज लौटने पर जीवीएम संस्था के प्रधान डा. ओपी परूथी और स्टाफ ने उन्हें बधाइयां देते हुए अभिनंदन किया।
साहित्य सभा कैथल के तत्वावधान में इंदिरा गांधी महिला महाविद्यालय में बहुभाषाई कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय कैथल के कुलपति प्रो. रमेशचंद्र भारद्वाज व हरियाणा साहित्य अकादमी के निदेशक डा. चंद्रत्रिखा ने किया। इस मौके पर साहित्य सभा के प्रधान प्रो. अमृतलाल ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम की संक्षिप्त जानकारी दी।
समारोह में जीवीएम गल्र्ज कालेज की प्राचार्या डा. रेनू भाटिया को विशेष रूप से साहित्य सम्मान से सुशोभित किया गया, जो आठ पुस्तकें लिख चुकी हैं। समारोह में उन्होंने काव्य पाठ भी किया। साहित्य सम्मान प्रदान करने के लिए धन्यवाद देते हुए प्राचार्या डा. भाटिया ने कहा कि आधुनिक दौर में युवाओं को साहित्य के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। मोबाईल और कंप्यूटर ने युवाओं की पढऩे और लिखने की कला को प्रभावित किया है। साहित्य को समाज का दर्पण कहा जाता है। समृद्घ साहित्य के लिए युवा साहित्यकारों को अध्ययन व शोध करना चाहिए।
इस मौके पर संस्था के प्रधान डा. ओपी परूथी, रवि गांधी, राजेश रेलन, मदनलाल और डा. रमेश नारंग ने प्राचार्या को विशेष रूप से बधाई दी। उन्होंने एक स्वर में कहा कि सरस्वती की वरद पुत्री सम्माननीया डा. रेनू भाटिया ने महाविद्यालय को गौरवान्वित किया है। इस दौरान महाविद्यालय के शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मियों ने भी उन्हें बधाई दी।