- -मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने रैन बसेरों का किया औचक निरीक्षण
- कई जगहों पर लटका मिला ताला, बिजली-पानी की सुविधाएं भी नदारद
श्याम वशिष्ठ, रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। सर्दियों के मौसम की शुरुआत हो चुकी है। रात का तापमान भी 11-12 डिग्री के आसपास पहुंच गया है। ऐसे में रात के समय बेसहारा व जरूरतमंद लोगों को सोने के लिए छत की आवश्यकता होती है। अब तक जरूरतमंद लोगों के लिए ये रैन बसेरे सुचारु रूप शुरू होकर चलने चाहिए थे, मगर प्रशासन इनकी कोई सुध नहीं ले रहा है। मंगलवार रात मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने रैन बसेरों का किया औचक निरीक्षण किया। कई जगहों पर उन्हें रैन बसेरों पर ताला लटका मिला, बिजली- पानी, दरी, गद्दे जैसे मूलभूत सुविधाएं भी नदारद मिली।
भाजपा नेता राजीव जैन ने सबसे पहले नगर निगम कार्यालय के अंदर रखे रैन बसेरा का निरीक्षण किया तो बदहाल अवस्था में मिला। उन्होंने जब उसको खोलकर देखा तो उसमें रद्दी के बोरे रखे हुए थे। उसके बाद रेलवे स्टेशन मालगोदम के पास रखें अस्थाई रेन बसेरे में लाइट भी नहीं थी, खिड़कियां भी टूटी हुई थी । वहां दो आदमी सो रहे थे, पूछने पर उन्होंने बताया कि यहां न तो गद्दे हैं और न ही कंबल है। इसके बाद उन्होंने स्थाई तौर पर बने शनि मंदिर रैन बसेरा का दौरा किया तो वहां ताला बंद मिला। बाहर एक आदमी खड़ा हुआ था, उसने बताया कि उसके कपड़े भी अंदर है और वह पिछले घंटे भर से बाहर ठंड में खड़ा हुआ है।
यहां गर्म पानी के लिए सोलर प्लांट लगाया था जो कि दो साल से खराब पड़ा हुआ है। वहीं पीने के पानी के लिए लगाया गया आरओ भी खराब है। इसके बाद उन्होंने मुरथल फ्लाईओवर के नीचे बना हुआ अस्थाई रैन बसेरा का दौरा किया तो वो भी साइड में रखा हुआ था। पता चला कि रोड़ी व डस्ट बेचने वालों ने उसमें अपनी टेबल, कुर्सियां रखकर अपना ऑफिस बना रखा था। पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने सबसे बाद में बहालगढ़ फ्लाईओवर के नीचे बनाए अस्थाई रैन बसेरा का दौरा किया तो वहां भी ताला बंद मिला।
भाजपा नेता राजीव जैन ने कहा कि रैन बसेरों की बदहाल स्थिति देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि रैन बसेरों का संचालन करने वाले निगम के अधिकारी कभी भी मौके पर जाकर मुआयना नहीं करते। राजीव जैन ने इस संबंध में नगर निगम प्रशासन को अवगत करवाते हुए इन जगहों की तत्काल सुध लेने के निर्देश दिए। उन्होंने भरोसा जताया कि ठंड के मौसम को देखते हुए रैन बसेरों में पेयजल और बिजली की सुविधाओं के साथ ही गद्दे, कंबल और चादर की व्यवस्था अविलंब सुनिश्चित की जाएगी। जैन ने यह भी कहा कि उनके प्रयास से ही करीब छह साल पहले शनि मंदिर के पास स्थाई रैन बसेरे का निर्माण किया गया था। अब स्थानीय प्रशासन को बिना देरी किये इन जगहों की सफाई करवाकर बेसहारा व जरूरतमंद लोगों की हरसंभव मदद करनी चाहिए।