कार्यक्रम अधिकारी के कार्यालय पर की नारेबाजी
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। प्रदेश सरकार द्वारा बार-बार की जा रही फ़ायदा खिलाफी से नाराज आंगनवाड़ी वर्कर्स हेल्पर्स ने कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास विभाग सोनीपत पर प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। आंगनवाड़ी वर्कर्स व हैलपर्स यूनियन के आह्वान पर किए गए प्रदर्शन से पहले आंगनवाडी वर्कर्स हैल्पर्स ने छोटूराम धर्मशाला में इकट्ठा होकर कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास विभाग तक जलूस निकालकर सरकार के ख़िलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन का नेतृत्व यूनियन की प्रधान सोना देवी, सचिव गीता देवी एवं सीटू के राज्य उपाध्यक्ष आनंद शर्मा कर रहे थे। प्रदर्शन में उपस्थित आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की आंगनवाड़ी वर्कर हेल्पर्स अपनी जायज मांगों को लेकर पिछले लंबे समय से आंदोलन कर रही हैं।
यूनियन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष भी अपनी तमाम मांगों व समस्याओं को समय-समय पर रखा है। चार अप्रैल 2022 को सरकार के साथ संपन्न बैठक में सभी मांगों को 10-12 दिन में लागू करने का भरोसा दिया गया था, लेकिन एक साल बीत जाने के बावजूद मांगों को लागू करना तो दूर सरकार ने उत्पीड़न की कार्यवाहियां शुरू कर दी। हड़ताल के दौरान आंगनवाड़ी की महिलाओ पर झूठे मुक़दमे दर्ज करके उनकी बर्ख़ास्तगी भी की गई। आज भी पूरे प्रदेश से 7 वर्कर्स व एक हेल्पर की बर्ख़ास्तगी को बार-बार दिये गए आश्वासन के बावजूद बहाल नहीं किया गया है। यूनियन नेताओं ने आरोप लगाया कि लगभग एक साल से आंगनवाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स का पूरा मानदेय नहीं दिया जा रहा है। जिसके चलते उनके परिवारों के सामने भारी आर्थिक संकट पैदा हो गया हैं।
उन्होंने सरकार से मांग की कि हड़ताल के दौरान बनाए गए झूठे मुक़दमों को तुरंत वापिस लेकर बर्खास्त कार्यकर्ताओं को बहाल किया जाए। उन्होंने मांग की कि आंगनवाड़ी केंद्रों पर गैस सिलेण्डर विभाग द्वारा भरवाकर दिए जाएं। उन्होंने पोषण ट्रेकर एप, ऑन लाइन लोकेशन पर जबरदस्ती काम कराने पर रोक लगाकर मोबाइल फ़ोन उपलब्ध कराए जाने की मांग की। यूनियन नेताओं ने आंगनवाड़ी हैल्पर से वर्कर तथा वर्कर से सुपरवाईजर की पदोन्नति वरिष्ठता के आधार पर करने, सेंटरों का बकाया किराया तुरंत देने, वर्दी भत्ता देने समेत पहले से मानी गई मांग को लागू करने की भी सरकार से मांग की। प्रदर्शन में यूनियन नेता उषा रानी, निर्मला, बाला, कविता, मोनिका शर्मा व अंजु ने भी अपने विचार व्यक्त किए।