रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। उपायुक्त ललित सिवाच ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन स्कीम एक्स-सीटू के तहत अपने खेतों में स्ट्रॉ बेलर (एक्स-सीटू) द्वारा गांठे बनाकर पराली प्रबंधन करने व यदि किसान पराली को इन-सीटू विभिन्न कृषि यंत्रों जैसे सुपर एसएमएस, हैप्पी सीडर, स्ट्रॉ चोपर, श्रेडर, मल्चर, शर्ब मास्टर, रोटरी स्लेशर, रिवर्सिबल प्लोऊ, जीरो ड्रिल, रोटावेटर व सुपर सीडर द्वारा अपने खेतों में मिलाते हैं तो किसान को पराली प्रबंधन करने पर कृषि विभाग द्वारा 01 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि इस स्कीम के तहत प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए किसान को कृषि तथा किसान कल्याण विभाग के पोर्टल पर 31 दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रोत्साहन राशि उन्हीं किसानों को मिलेगी, जिन्होंने अपनी फसल का पंजीकरण मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पर करवाया हुआ है।
उन्होंने कहा कि प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए जो किसान द्वारा पोर्टल पर आवेदन करने के बाद ग्राम स्तर पर गठित कमेटी उस जमीन का भौतिक निरीक्षण करेंगे। इस कमेटी में संबंधित कृषि विभाग का अधिकारी, गांव का पटवारी तथा ग्रामसचिव शामिल हैं। उपायुक्त ने किसानों का आह्वान किया कि वे खेतों में धान कटाई के बाद बचे हुए फसल अवशेष, पराली में आग न लगाएं। पराली में आग लगाने से पर्यवारण प्रदूषित होता है और बच्चों, बुजुर्गों व आमजन को सांस लेने में परेशानी होती है और स्वास्थ्य भी खराब होता है। इसके अलावा फसली अवशेषों को जलाने से भूमि के मित्र कीट खत्म होते हैं, जिसके कारण भूमि की उपजाऊ शक्ति खत्म होती है।