हिसार। मॉडल टाउन एक्सटेंशन के छोटे से शिव विहार में करवा चौथ के अवसर पर कॉलोनी की 14 सुहागनों ने एक साथ भजन पूजन, व कीर्तन किया तथा एक साथ ही सभी ने सूर्य को जल भी दिया। एक साथ बैठकर सभी सुहागिनों ने कहानियां सुनी। पिछले 6 वर्ष से लगातार शिव विहार की सभी सुहागनें इसी प्रकार सामुहिक रूप से त्योहार मनाती आ रही है।
इस अवसर पर कॉलोनी की अन्य बुजुर्ग महिलाएं भी इनका मार्गदर्शन करती है तथा सभी त्योहारों को कॉलोनी में सामूहिक रूप से इकट्ठा मनाया जाता है। कॉलोनी की 76 वर्षीय महिला ओमपति देवी रोहिल्ला का कहना है कि भारतीय संस्कृति के सभी त्यौहार सामूहिक रूप से मनाए जाने चाहिए, क्योंकि भारतीय परंपरा के सभी त्यौहार समाज को जोड़ते हैं और इकट्ठा रहना सिखाते हैं। उनका कहना है कि त्योहारों को इकट्ठा मनाने से बच्चों में अच्छे संस्कार आते हैं।
उन्होंने कहा कि करवा चौथ का व्रत हर साल महिलाओं द्वारा अपने पति की दीर्घायु व परिवारों की सुख, शांति व समृद्धि के लिए रखा जाता है। यह न केवल एक त्यौहार है, बल्कि यह पति-पत्नी व पूरे परिवार में प्रेम प्यार व सामंजस्य बनाए रखने का पवित्र पर्व है, जो प्राचीन काल से चला आ रहा है। यह पर्व परिवार के रिश्तों को मजबूत बनाने वाला होता है। विशेष रूप से यह पति-पत्नी दोनों के लिए खास महत्व रखता है। यही कारण है कि करवा चौथ वाले दिन पत्नी द्वारा अपने पति की लंबी आयु और उसकी सुख-समृद्धि के लिए की गई पूजा-अर्चना कर पति के जीवन में पत्नी की अहमियत को ओर भी ज्यादा बढ़ा देती है।