- स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती में मध्यम एवं छोटे स्वास्थ्य केंद्रों का योगदान बहुत ज्यादा
केंद्रीय राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने जीवीएम गल्र्स कालेज में आयोजित चिकित्सक सम्मेलन को किया सम्बोधित
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार के केंद्रीय राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने जीवीएम गर्ल्स कालेज के सभागार में आयोजित चिकित्सक सम्मेलन में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने सम्मेलन में उपस्थित चिकित्सकों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को आमजन तक पहुंचाने के बारे में विचार विमर्श करने हेतू इस बैठक का आयोजन किया गया है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार के केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि हमारे देश में स्वास्थ्य सेवा में प्राईवेट डाक्टरों का बहुत बड़ा (करीब 70-80 प्रतिशत ) योगदान है और इसमें भी मध्यम एवं छोटे स्वास्थ्य केंद्रों (नर्सिंग होम एवं क्लिनिक) का योगदान बहुत ज्यादा है।
इसकी वजह से हमारे पास मध्यम और निम्न वर्गों के लोग ज्यादा संख्या में आते हैं और उसका कारण है कम खर्च में अच्छा और जल्द इलाज। बैठक को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा समाज डॉक्टरों को बड़े ही सम्मान की दृष्टि से देखता है और हमारे शास्त्रों में भी लिखा गया है वैद्यो नारायणो हरी अर्थात हमारे शास्त्र ने डॉक्टरों को प्रभु नारायण की संज्ञा दी है। आज मैं अपने को भाग्यवान मानता हूं कि आप सभी के दर्शन करने का सौभाग्य एक साथ मिला। केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि यदि किसी एक्ट की वजह से किसी भी चिकित्सक को किसी भी मरीज का इलाज करने में किसी प्रकार की दिक्कत आती है तो उसका समाधान करने के लिए ही इस बैठक का आयोजन किया गया है।
उन्होंने कहा कि आप द्वारा बताई गई समस्याओं को मैं अपने स्तर पर संबंधित मंत्रालय में पत्र लिखकर व स्वयं भी समस्या पर संज्ञान में लेकर जल्द से जल्द दूर करवाने का प्रयास करूंगा। स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर उन्होंने कहा कि अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आम जनता ले सके इसके लिए सरकार द्वारा लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए है ताकि गरीब से गरीब व्यक्ति स्वास्थ्य सेवाओं को लाभ ले सके। वर्मा ने कहा कि सरकार जनता की सेवा के लिए है। मोदी सरकार ने कई ऐसे कानून जिनके कारण जनता को समस्याओं सामना करना पडता है उसमें कानून में बदलाव कर उसे जनता के हक में किया गया ताकि किसी भी तरह से जनता को समस्या का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार 2014 से सत्ता में है और 2014 से पहले देश में कुल 381 मेडिकल कालेज थे परंतु 2014 के बाद अब तक के आठ सालों के कार्यकाल में लगभग 500 नए मेडिकल कालेज बनवाए गए है। उन्होंने बताया कि 08 साल के कार्यकाल में सरकार द्वारा 15 एम्स बनवाए जा चुके है। उन्होंने कहा कि अब हरियाणा बनाए गए मेडिकल कालेजों में अब प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में मेडिकल के विद्यार्थियों को डिग्री दी जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले हमारे देश के बच्चों को बाहर विदेश में मेडिकल की पढाई के लिए जाना पडता था परंतु अब देश में ही इतने मेडिकल कालेज बन गए है कि अब बच्चों को मेडिकल की पढाई के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।