- रिसर्च लैब स्थापित करने वाला हरियाणा का पहला कालेज बनेगा जीवीएम गर्ल्ज कालेज
शोध से जुडऩे पर विद्यार्थियों के लिए रोजगार की संभावनाओं में होगी वृद्घि - पासआउट तथा अन्य कालेजों के विद्यार्थियों को भी दिया जाएगा रिसर्च लैब का पूर्ण लाभ
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। जीवीएम गर्ल्ज कालेज स्नातकोत्तर विज्ञान संकाय की छात्राओं के लिए रिसर्च लैब की स्थापना की जा रही है। संस्था के प्रधान डा. ओपी परूथी व प्राचार्या डा. रेनू भाटिया ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए रिसर्च लैब स्थापित करने वाला जीवीएम हरियाणा का पहला कालेज बनेगा, जिसे लेकर छात्राओं में उत्साह की लहर दौड़ पड़ी है।
जीवीएम संस्थाओं के प्रधान डा. ओपी परूथी ने कहा कि कालेज में शोध कार्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रिसर्च एंड डेवल्पमेंट सैल का गठन किया गया है। साथ ही विद्यार्थियों को रिसर्च लैब की सुविधा देने की दिशा में सफल कदम बढ़ाये गये हैं। कालेज स्तर पर शोध कार्य को बढ़ावा देने की पुरजोर आवश्यकता है। विश्वविद्यालय स्तर पर यह सुविधा मिलती है, लेकिल कालेजों में इसका अभाव है। इस कारण स्नातकोत्तर की डिग्री करने के उपरांत विद्यार्थियों को अच्छे अवसरों की कमी ही दिखाई पड़ती है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षण नीति के तहत कालेज में विशेष रूप से विद्यार्थियों को शोध सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।
जीवीएम की प्राचार्या डा. रेनू भाटिया ने कहा कि विद्यार्थियों को गुणात्मक रिसर्च सुविधा दी जाएगी। समय-समय पर कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। विद्यार्थियों को बेहतरीन शोध केंद्रों का भ्रमण करवाया जाएगा। साथ ही उन केंद्रों के विशेषज्ञों के ज्ञान का लाभ भी विद्यार्थियों को मिलेगा, जिसके लिए उनके व्याख्यान इत्यादि आयोजित करवाये जायेंगे। शोध क्षेत्र की ओर कदम बढ़ाने से विद्यार्थियों के लिए रोजगार के नये अवसरों का सृजन होगा। विद्यार्थियों के स्वर्णिम कैरियर निर्माण में रिसर्च लैब मील का पत्थर साबित होगी।
प्राचार्या डा. रेनू भाटिया ने जानकारी दी कि कालेज से पासआउट छात्राओं को भी रिसर्च लैब की सुविधा दी जाएगी। साथ ही अन्य कालेजों के विद्यार्थी भी इस सुविधा का फायदा उठा सकेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों को रिसर्च के लिए विशेष रूप से प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि इससे गुणात्मक विकास होता है। संबंधित विषय को गहराई से समझने का अवसर मिलता है और उसमें विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि कालेज की स्नातकोत्तर विज्ञान संकाय की पासआउट कई छात्राएं रिसर्च कर रही हैं। यहां रिसर्च को विशेष रूप से बढ़ावा दिया जाता है, जिसके लिए सुविधाएं अब शुरु की जा रही हैं।