रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एव पशु विज्ञान विश्वविधालय के विस्तार शिक्षा निदेशालय द्वारा पशु विज्ञान केंद्र सोनीपत (पशु –पालन एवं डेयरी विभाग परिसर ) में आयोजित सात दिवसीय डेयरी फार्मिग प्रशिक्षण शिविर का मंगलवार को समापन हुआ। इस व्यावसायिक डेयरी फार्मिग प्रशिक्षण शिविर के संयोजक डा. गौरी ने 25 बेरोजगार शिक्षित युवाओं को प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण के दौरान पशु-पालन संबंधित आधुनिक व नवीनतम जानकारी दी गयी, जोकि पशुओं के रख रखाव व दूध उत्पादन बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी।
बढ़ते शहरीकरण के कारण दूध व अन्य दुध से बने उत्पादनों की जरूरत बढ़ रही है। उसको केवल अच्छी व उन्नत नसल के पशुओ संतुलित व पौष्टिक आहार व बेहतर रख रखाव से ही पूरा किया जा सकता है। समापन समारोह के दौरान वरिष्ठ पशुपालन अधिकारी डा. रामकुमार डरोलिया, पशु चिकितशक डा.. जगदीश मोरवाल व डा. जितेंदर ने पशुओं को स्वस्थ रखने के लिए नियमित टीकाकरण करने की सलाह दी। विभिन वैज्ञानिकों ने अपने विचार रखते हुए हरे चारे, संतुलित आहार, उचित प्रबंधन, उन्नत नसल के पशु पालने की ही सलाह दी। डा. गौरी ने पशु पालकों को विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों द्वारा बनाया गया उच्चतम गुणवत्ता वाला खनिज मिश्रण का विस्तार से महत्व बताया और पशु पालकों की आय दुगनी करने के सुझाव बताए।