- रेलवे मंत्रालय द्वारा सोनीपत रेलवे स्टेशन पर किया गया प्रदर्शन का आयोजन
- सांसर रमेश कौशिक ने किया भारत के विभाजन पर आधारित प्रदर्शनी का शुभारंभ
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। आजादी का अमृत महोत्सव की श्रंखला में रविवार को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में रेलवे मंत्रालय द्वारा सोनीपत रेलवे स्टेशन पर 14 अगस्त 1947 को हुए भारत के विभाजन पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसकी शुभारंभ बतौर मुख्यातिथि सांसद रमेश कौशिक ने किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर पूरे भारत में भारत विभाजन पर आधारित प्रदर्शनियों का आयोजन किया जा रहा है ताकि लोगों को पता चले कि विभाजन के समय हमारे सगे-संबंधियों को कितनी यातनाएं सहनी पड़ी थी।
सांसद ने कहा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस सामाजिक विभाजन व वैमनस्यता के जहर को दूर करने के साथ-साथ एकता, सामाजिक सद्भाव और मानव सशक्तीकरण की भावना को और अधिक मजबूत करने की दिलाता है। उन्होने कहा कि भारत का विभाजन देश के लिए किसी विभीषिका से कम नहीं था। यह अंग्रेजों की साजिश थी कि देश को दो टुकड़ों में बांट दिया जाए। उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तारीख भारत भला कैसे भूल सकता है। एक तरफ 200 वर्षों की गुलामी के बाद आजादी मिलने वाली थी तो वहीं दूसरी ओर देश के दो टुकड़े हो रहे थे। विभाजन से लाखों लोग इधर से उधर हो गए। लोगों का घर-बार व परिवार छूटा तथा लाखों लोगों की जानें गई। यह विभाजन का दर्द भारत के लिए यह विभीषिका से कम नहीं था।
इसी दर्द को याद करते हुए ही 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने निर्णय लिया गया था। सांसद ने कहा कि इन प्रदर्शनियों में चित्रों के माध्यम से भारत की वर्तमान और भावी पीढिय़ों को विभाजन के दौरान लोगों द्वारा सही गई यातना और वेदना का स्मरण दिलाने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि विभाजन के कारण हुई हिंसा और नासमझी में की गई नफरत से लाखों लोग विस्थापित हो गए और कई ने जान गंवा दी। उन लोगों के बलिदान और संघर्ष की याद में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर याद किया जाता है। इस दौरान उन्होंनें रेलवे स्टेशन पर लोगों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी अधिकारियों के साथ समीक्षा की।