बोल बम के नारों से शहर हुआ भक्तिमय
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। सावन की शिवरात्रि नजदीक आते ही सोनीपत जिले से गुजरने वाले कांवडिय़ों का आगमन शुरू हो गया है। कई श्रद्धालुओं ने कांवडिय़ों के भोजन, पानी और दूसरी आवश्यकता की पूर्ति के लिए जगह-जगह शिविरों की स्थापना की है। जहां 24 घंटे कांवडिय़ों को सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी हरिद्वार से गंगाजल लाकर अपने-अपने शिवालयों या अपने मनोती स्थलों पर जल चढ़ाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पैदल कांवड़ लेकर आ रहे हैं।
श्रद्धालुओं में भारी उत्साह दिखाई दे रहा है और वे बोल बम के नारों के बीच अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं। बोल बम का नारा है बाबा एक सहारा है, जयकारा वीर बजरंगे हर-हर महादेव आदि जयकारे लगाते हुए कांवडिय़ों की टोलियां अपने गंतव्य की ओर बढ़े उत्साह के साथ बढ़ रही हैं। सोनीपत के गढ़मिरकपुर बार्डर से इन दिनों हजारों कांवडि़ए प्रदेश में प्रवेश करके अपनी-अपनी मंजिलों की ओर रवाना हो रहे हैं। दूर-दराज के क्षेत्रों के कांवडि़ए सोनीपत से अपने अगले पड़ाव के लिए निकले। कलोई के कांवडिय़ों नवीन कुमार, चांद, कर्मबीर आदि ने बताया कि उत्तरप्रदेश व उत्तराखंड सरकार द्वारा कांवडिय़ों के लिए बहुत अच्छे प्रबंध किए हुए हैं।
कांवडियों के लिए वन-वे कर रखा है, जिससे कावडियों को कोई परेशान न हो। इसके लिए वे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने अपने-अपने प्रदेश के कांवडियों के लिए बहुत अच्छे इंतजाम किए हैं। हरियाणा में भी श्रद्धालुओं द्वारा उन्हें भरपूर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। कलोई के कांवडियां बलवान सिंह ने बताया कि वे भगवान शिव शंकर को बहुत मानते हैं और उन्हें हरिद्वार से यहां पहुंचने पर कोई परेशानी नहीं हुई। आज वे हरियाणा के सोनीपत जिले की सीमा में प्रवेश कर चुके हैं। उनकी भगवान शिव शंकर में बढ़ी आस्था है। कांवडि़यां विजय ने बताया कि उन्होंने नौकरी के लिए भगवान शिव की कांवड़ लाने की मन्नत मांगी हैं। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में पहले भी कांवड़ ला रहे हैं परिजनों ने उसे कांवड़ लाने के लिए कहा तो वे भी शिव शंकर को मानते हैं, इसलिए गांव वालों के साथ कांवड़ लाए हैं।
शिवभक्त कांवडिय़ों के लिए भंडारे व चिकित्सा शिविर आयोजित करने वाले महेन्द्र, ओमप्रकाश आदि ने बताया कि उन्होंने नारायणी माता मंदिर में कांवडियों के लिए शिविर लगा रहा है। जिसमें आने वालों कांवडियों के लिए भोजन, प्रसाद, ठहरने व नहाने के लिए उचित व्यवस्था कर रखी है। आपकों बता दे कि सावन माह में शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ जाती है। भगवान शिव शंकर भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए सावन का महीना अतिउत्तम माना गया है। सावन माह में शिवभक्तों द्वारा की जाने वाली भगवान शिव की आराधना, जयकारे और धार्मिक आयोजन ऐसा शिवमय वातावरण बना देते हैं कि उसके प्रभाव से ईश भक्ति से दूर रहने वाले लोगों के मन में भी शिवभक्ति और श्रद्धा की लहर पैदा हो जाती है।