सरकार पर कर्मचारियों के साथ भेदभाव करने का लगाया आरोप
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले आज सभी विभागों के ठेका कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने जिला उपायुक्त कार्यालय पर धरना दिया। इस दौरान कर्मचारियों द्वारा कौशल विकास निगम को भंग करने, ठेका कर्मचारियों को पक्का करने, स्वास्थ्य विभाग के हटाए गए ठेका कर्मचारियों को वापस लेने समेत कई मांगों को लेकर जिला उपायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। सोनीपत के जिला उपायुक्त कार्यालय पर आज सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले सभी विभागों के ठेका कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी कर्मचारी धरनास्थल से पैदल मार्च करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष शीलक राम मलिक ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के साथ भेदभाव कर रही है। खट्टर सरकार ने 7 साल के दौरान किसी कर्मचारी को पक्का नहीं किया और ठेका कर्मचारियों को हटाया जा रहा है, यह सरकार के तानाशाही नीति है। कर्मचारियों ने जिला उपायुक्त कार्यालय पर धरना देकर जबरदस्त सरकार के विरोध में नारेबाजी की। इस दौरान जयभगवान दहिया ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार कौशल विकास निगम के नाम पर कर्मचारियों को दबाने पर लगी है। वही कच्चे कर्मचारियों को पक्का नहीं किया जा रहा।
इसके अलावा कोविड-19 में जान हथेली पर रखकर स्वास्थ्य विभाग के लिए काम करने वाले प्रदेश भर के 22 सौ से अधिक कर्मचारियों को सरकार ने हटा दिया। राममेहर शर्मा ने कहा कि प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने जिला उपायुक्त के मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर इन मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की है। साथ ही सरकार को चेतावनी दी है कि अगर जल्द सरकार ने इन कर्मचारियों की मांगों को नहीं माना तो कर्मचारी आंदोलन को तेज करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। जिसके लिए सरकार जिम्मेवार होगी। गौरतलब है कि आज सर्व कर्मचारी संघ के आह्वान पर पूरे प्रदेश में कर्मचारियों ने जिला उपायुक्त कार्यालय पर धरना और ज्ञापन सौंपकर अपनी आवाज बुलंद की है। अब देखने वाली बात होगी कि सरकार कर्मचारियों की चेतावनी को कितनी गंभीरता से लेती है।