- सब जीवों की जीवनदायी और सबका पालन करने वाली मां
- माताएं पूजनीय होती हैं, जिनका कर्ज उतारना संभव नहीं
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। मदर्स डे को स्पेशल बनाने के लिए तीन पीढ़ियां इक्ट्ठी हुई। मां-बेटी, नाती-पौते ने मिलकर 78 वर्षीय संतरा देवी के हाथों से मदर्स डे पर केक कटवाकर आशीर्वाद लिया। कपूर चंद, सुनील कुमार, कृष्णा, मुकेश, अनीता-रणबीर, राहुल, काकू, हिमांशु, कुशल प्रियांशु ने कहा कि ऐ मां तेरी सूरत से अलग भगवान की सूरत क्या होगी। मांग लू यह मन्नत की फिर यही जहां मिले। फिर वही गोद फिर वही मां मिले। मां ही विश्वास और मां ही अभिमान है, मां से ही सृष्टि सारी। मां से ही पहचान है हमारी। ईश्वर को जानने के लिए मां को समझना जरूरी है। कृष्णा, मुकेश, अनिता ने कहा कि बच्चों की पहली गुरू उनकी मां होती है। माता ही बच्चों को संस्कारवान बनाती है। सब जीवों की जीवनदायी और सबका पालन करने वाली मां ही है।
माता ही सृष्टि का आधार है। हर मां अपने बच्चों को विकास की बुलंदियां पर पहुंचाने के लिए प्रयासरत रहती है। बच्चों की खुशी के लिए मां अपना जीवन कुर्बान कर देती है। बच्चों को भी अपनी माता का मान-सम्मान बनाकर रखना चाहिए। मां धरती पर भगवान का स्वरूप होती हैं। माताएं पूजनीय होती हैं, जिनका कर्ज उतारना संभव नहीं। उन्होंने कहा कि बच्चे चाहे जितने भी बड़े हो जाएं लेकिन मां के लिए बच्चे ही रहते हैं, मां और बच्चे का रिश्ता बेहद खास होता है। मां के समर्पण और प्रेम के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मदर्स डे मनाया जाता है। सभी बच्चे मदर्स डे पर अपनी मां के कुछ स्पेशल करना चाहते हैं। मां की ममता,प्यार दुलार की बात ही कुछ और होती है।
मां के लिए हर दिन खास होता है। लेकिन मदर्स डे पर उन्हें और भी ज्यादा खास बनाने का मौका मिलता है। लोग अपने-अपने अंदाज में मां से प्यार का इजहार करते हैं। मदर्स डे पर तीन पीढ़ियों के मां-बेटी, नाती-पौते ने मिलकर 78 वर्षीय संतरा देवी के हाथों केक कटवाकर उनका मुंह मिठा करवाकर उनसे आशीर्वाद ग्रहण किया।