श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। सक्षम (समदृष्टि क्षमता विकास एवम् अनुसंधान मण्डल) सोनीपत ने संत सूरदास जयंती का आयोजन किया। सक्षम हरियाणा के प्रांत प्रचार प्रमुख वाईके त्यागी व सक्षम सोनीपत के जिलाध्यक्ष संजय सिंगला ने बताया कि भारतीय काल गणना के अनुसार संत सिरोमणि सूरदास का जन्मदिन वैसाख मास शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है, ऐसे में 6 मई को सूरदास जयंती के तौर पर मनाई जा रही है। संत सूरदास नेत्रहीन थे, परन्तु बहुत ही प्रभावशाली व्यक्ति थे। संत सूरदास एक महान कवि और संगीतकार थे जो भगवान कृष्ण को समर्पित उनके भक्ति गीतों के लिए जाने जाते थे।
सूरदास अंधे पैदा हुए थे और इस वजह से उन्हें अपनी परिवार से कभी भी प्यार नहीं मिल पाया। उन्होंने छह साल की छोटी उम्र में अपना घर छोड़ दिया और बहुत कम उम्र में भगवान कृष्ण की स्तुति करने लगे। सूरदास की रचनाओं में कृष्ण के प्रति अटूट प्रेम और भक्ति का वर्णन मिलता है। इन रचनाओं में वात्सल्य रस, शांत रस, और श्रंगार रस शामिल है। सूरदास ने अपनी कल्पना के माध्यम से कृष्ण के अदभुत बाल्य स्वरूप, उनके सुंदर रुप, उनकी दिव्यता वर्णन किया है। इसके अलावा सूरदास ने उनकी लीलाओं का भी वर्णन किया है। इस अवसर पर दो जरूरतमन्द दिव्यांगों को व्हीलचेयर दी गई। जिसमें जन्म से दिव्यांग यश कुमार को व सोनू को व्हीलचेयर भेंट की। इस अवसर पर महिला प्रमुख शालू त्यागी, महासचिव प्रवीण वर्मा, सतीश बालियान, नरेंदर भूटानी, दिलबाग सिंह, अरविंद मित्तल, डॉ सुनील वर्मा, जयवीर, अशोक गुप्ता, राजकुमार आदि मौजूद रहे।