रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। आंगनवाड़ी वर्कर्स तालमेल कमेटी सोनीपत द्वारा धरना स्थल सोनीपत पर मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रधान सोना देवी ने की। कमेटी की तरफ जारी विज्ञप्ति में कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा आंदोलन के दौरान, तालमेल कमेटी के साथ 4 अप्रैल को किए गए समझौते की समीक्षा की और हरियाणा सरकार द्वारा अभी तक भी किए गए समझौते को लागू न करना दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आंदोलन के दौरान बर्खास्त की गई तमाम वर्कर्स को लगातार सेवा एवं पूरे वेतन के साथ ड्यूटी पर लेने पर सहमति बनी थी। मुकदमे वापस लेना और हड़ताल के दौरान का वेतन देने पर भी सहमति बनी थी, लेकिन अभी तक हरियाणा सरकार ने किये गये समझौते को लागू नहीं किया है। अधिकारियों और मंत्री, मुख्यमंत्री के पास फाइलों का आवागमन चल रहा है। जिस कारण बर्खास्त वर्कर्स का समय बढ़ता जा रहा है।
कानूनी तौर पर 3 माह के अंदर बर्खास्त वर्कर्स को अपील करनी होती है। इसलिए बर्खास्त आंगनवाड़ी वर्कर्स की अपील अतिरिक्त उपायुक्त सोनीपत को एवं बर्खास्त आंगनवाड़ी हेल्पर की अपील कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास विभाग सोनीपत के यहां की है। जिसकी रिसिविंग कॉपी वर्कर्स एवं हेल्पर्स ने ली है, ताकि समय पर काम आए। कमेटी की तरफ जारी विज्ञप्ति में कहा कि मीटिंग को सीटू के जिला प्रधान आनंद शर्मा, एआईयूटीयूसी के राज्य उपाध्यक्ष ईश्वर सिंह राठी, किसान सभा के उपाध्यक्ष श्रद्धानंद सोलंकी ने संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार अपने किए वायदे पूरे करें, वरना मजबूरन आंदोलन तेज करना पड़ेगा।
उन्होंने तमाम आंगनवाड़ी वर्कर्स को आह्वान करते हुए कहा कि एक मई को पूरी दुनिया में मजदूर दिवस मनाया जाता है, इसलिए एक मई को सुबह 10 बजे छोटूराम धर्मशाला, पंचायत भवन सोनीपत में हजारों आंगनवाड़ी वर्कर्स, हेल्पर्स पहुंचे। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस तरह की मजदूर विरोधी एवं कारपोरेट पक्ष की सरकार सत्ता में बैठी है। जो मजदूरों को कारपोरेट जगत का गुलाम बनाना चाहती है, 44 श्रम कानूनों को चार कोड में बदला जा रहा है, हायर एंड फायर लागू किया जा रहा है, 12 घंटे की ड्यूटी की जा रही है।
फिक्स ट्रैम्प अपॉइंटमेंट सिस्टम लागू किया जा रहा है, रेगुलर जॉब वर्क खत्म किया जा रहा है। इसलिए मई दिवस का महत्व और ज्यादा बढ़ जाता है। मई दिवस मजदूरों को न्याय दिलाने का इतिहास रहा है और अब की बार मई दिवस पर अपने अधिकारों को बचाने के लिए संकल्प लेकर आंदोलन तेज करना पड़ेगा। उन्होंने तमाम मेहनतकश जनता से आह्वान करते हुए कहा कि अपने अधिकारों को बचाने के लिए एक मई को 10 बजे छोटूराम धर्मशाला में पहुंचे और मजदूर दिवस को होने वाले प्रदर्शनों में हिस्सेदारी करें। प्रदर्शनकारियों को सोना देवी, उषा रानी, निर्मला देवी, कविता दहिया, शकुंतला, रेखा देवी, अनिता, वीना, शर्मिला ने भी संबोधित किया और एक मई को होने वाले प्रदर्शन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया।