सिंचाई विभाग के अधिकारियों को बुलाकर पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करवाई जायेगी
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। शहर के पश्चिमी भाग की एक दर्जन से ज्यादा कॉलोनियों में पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए 35 करोड़ की लागत से ककरोई रोड पर निर्माणाधीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को पश्चिमी यमुना लिंक नहर से पेयजल आउटलेट दिलवाने के लिए पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से हस्तक्षेप करने की मांग की है। राजीव जैन ने चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री से भेंट करके इस संबंध में एक पत्र को सौंपा जिसमें लिखा है कि प्लांट बनकर तैयार हो चुका है और अब सिंचाई विभाग ने पानी आउटलेट देने से मना कर दिया है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि जल्दी सिंचाई विभाग के अधिकारियों को बुलाकर पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करवाई जायेगी।
सिंचाई विभाग का कहना है कि पश्चिमी यमुना नहर में प्लांट के लिए 15 एम.एल.डी पानी उपलब्ध नहीं है। राजीव जैन ने मुख्यमंत्री को बताया कि पेयजल उपलब्ध न होने से प्लांट के निर्माण में लगी करोड़ों रुपये की राशि व्यर्थ हो जायेगी और कॉलोनियों को पेयजल कभी भी उपलब्ध नहीं हो पायेगा। भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री को बताया कि इन कालोनियों में अमरूत योजना के तहत पहले ही करोड़ो की लागत से पानी की नई लाइनें डाली जा चुकी हैं जो पानी की इंतजार में है। उन्होंने कहा कि इस इलाके में जमीन के नीचे का पानी बहुत खारा है इसलिए नहर आधारित पेयजल योजना ही एकमात्र विकल्प है।
राजीव जैन ने कहा कि शहर के पश्चिमी क्षेत्र का विस्तार तेजी से हो रहा है। यही कारण है कि 1998 में हविपा-भाजपा सरकार में महलाना रोड पर बने 18 एम.एल.डी क्षमता वाले प्लांट से आने वाला पानी कम पड़ रहा है। राजीव जैन ने कहा कि सारे हालत को मद्देनजर तत्कालीन कैबिनेट मंत्री कविता जैन ने इस संयंत्र को मंजूर किया और इसका 70 प्रतिशत से ज्यादा निर्माण पूरा हो चुका है। इसके अलावा 23 सेक्टर की ग्रीन बेल्ट में पेयजल सप्लाई के लिए बूस्टिंग स्टेशन पूरी तरह तैयार हो चुका है।