आंगनवाड़ी वर्करों की मांगों का समाधान करे सरकार
श्याम वशिष्ठ, सोनीपत। ट्रेड यूनियनों एवं कर्मचारी संगठनों के आह्वान पर दूसरे दिन भी राष्ट्रव्यापी हड़ताल रही। सभी विभागों में गेट मीटिंगे की गई। हड़ताल के दौरान जनविरोधी निर्णय वापस ले सरकार, आंगनवाड़ी वर्करों की मांगों का समाधान करे सरकार, विभागों के गेटों पर प्रदर्शनों के दौरान नारेबाजी की। वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि देश में राष्ट्रीय व्यापी हड़ताल ऐतिहासिक रही, जो मजदूर आंदोलन को ताकत देगी और केंद्र व राज्य सरकारों के लिए कफन में कील का काम करेगी। वहीं नगर निगम कार्यालय में सैकड़ों की संख्या में आंगनवाड़ी, मिड डे मील, ग्रामीण सफाई कर्मचारी, शहरी सफाई कर्मचारी ,एमपीएचडब्ल्यू स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन इकट्ठा होकर, रेस्ट हाउस, गीता भवन चौक से होते हुए रोडवेज डिपो बस स्टैंड धरना स्थल पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व सीटू के जिला प्रधान आनंद शर्मा, एआईयूटीयूसी के राज्य उपाध्यक्ष ईश्वर सिंह राठी कर रहे थे।
निगम कार्यालय में प्रदर्शनकारियों को आनंद शर्मा, ईश्वर राठी, ईश्वर दहिया, नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के उप महासचिव शिवचरण, फायर ब्रिगेड के राज्य नेता राजेंद्र सनंद, मास्टर बलवीर सिंह, मास्टर नफे मलिक, मास्टर जोगिंदर, संदीप ,राजीव खत्री, भारत, राजा भाई, उषा रानी, कुलदीप सिंह, सरोज मलिक ने संबोधित किया। रोडवेज पर भी आनंद शर्मा, ईश्वर राठी ,बलवान सिंह आदि ने संबोधित किया। आईटीआई, विश्वविद्यालय मुरथल, सीएमओ कार्यालय पर शिलक राम मलिक, राममेहर शर्मा ने संबोधित किया। आशा वर्करों ने जिला प्रधान अनीता के नेतृत्व में सीएमओ कार्यालय पर धरना व प्रदर्शन किया। बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर में पवन शर्मा प्रधान के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया, इमरजेंसी सेवाएं जारी रखी, पब्लिक हेल्थ विभाग में ओमप्रकाश मलिक के नेतृत्व में प्रदर्शन किया, वन विभाग में भगत सिंह, मुकेश शर्मा, आनंद शर्मा के नेतृत्व में कर्मचारियों ने हड़ताल कर प्रदर्शन किया।
इसी प्रकार बिजली विभाग में विजेंद्र काद्यान के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ, सीएमओ कार्यालय पर कलरिकल कर्मचारियों ने सुभाष के नेतृत्व में प्रदर्शन किया, हुड्डा जन स्वास्थ्य विभाग में बिजेंद्र चहल के नेतृत्व में हड़ताल एवं प्रदर्शन हुआ, इसी प्रकार सभी विभागों में गेट मीटिंग में हुई और सफल हड़ताल रही। सभी वक्ताओं ने केंद्र व राज्य सरकार की कर्मचारी, मजदूर, जनता विरोधी नीतियों की आलोचना की और अपनी मांग मुद्दों को हड़ताल के माध्यम से जोर-शोर से उठाया। उन्होंने एक स्वर में कहा कि आंगनवाड़ी वर्करों के आंदोलन को अकेला ना समझे सरकार, बातचीत के माध्यम से वर्करों की मांगों का समाधान करें सरकार, प्रधानमंत्री की घोषणा, मुख्यमंत्री का समझौता लागू किया जाए, डिस्मिस की गई तमाम वर्कर्स को लगातार सेवा एवं पूरे वेतन के साथ बहाल किया जाए।