रणबीर सिंह, सोनीपत। श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर मंडी में जैन धर्म के 19वें तीर्थंकर भगवान मल्लिनाथ का मोक्ष कल्याणक बड़ी धूमधाम के साथ मुनि 108 विशोक सागर महाराज के सानिध्य में मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ प्रातः श्रीजी का अभिषेक करने के साथ शुरू हुआ, जिसमें राकेश जैन सपरिवार व महंत जैन सपरिवार ने शांतिधारा और रमेश जैन सपरिवार ने भगवान का निर्वाण लाडू समर्पित कर पुण्यार्जन किया।
इस अवसर पर कल लघु सम्मेद शिखरजी अरसावरपुर से विहार करके पधारे मुनि 108 विशोक सागर महाराज ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि महापुरुषों का जन्म इस धरा पर विश्व की शांति और कल्याण की भावना से ही होता है। उनका मोक्ष कल्याणक मनाने से हम सभी को उनके पद चिन्हों पर चलने की प्रेरणा मिलती है। आज का मनुष्य जरा सी धन संपदा होते ही अभिमानी होने लगता है और उन तीर्थंकरों को देखो जिन्होंने तीनों लोगों का राजपाठ क्षणमात्र में ठुकरा दिया। मुनि ने कहा कि आज के युग में जिस तरह से जगह-जगह पर युद्ध की स्थिति बनी हुई है। कहीं मानसिक तौर पर, कहीं सारी तौर पर, कहीं राष्ट्रीय तौर पर, हम सभी को जैन धर्म का अहिंसा का मंत्र ही एकमात्र है जो संपूर्ण विश्व को मैत्री भाईचारा सौहार्द पूर्ण वातावरण दे सकता है। इस अवसर पर जैन समाज के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।