सोनीपत। खराब फसलों के मुआवजे, बर्बाद हुई फसलों की स्पेशल गिरदावरी, खेतों में भरे पानी की निकासी समेत किसानों की अन्य समस्याओं को लेकर किसान सभा 22 फरवरी को करेगी आक्रोश प्रदर्शन। उक्त निर्णय आज किसान सभा सोनीपत की जिला कमेटी की बैठक में किया गया। बैठक की अध्यक्षता रामनिवास राणा ने की। बैठक में किसान सभा के नेता श्रद्धानंद सोलंकी ने कहा कि आज जिला कमेटी की बैठक हुई। बैठक में किसानों की ज्वलन्त समस्याओं पर बातचीत करते हुए सदस्यता अभियान चलाने व ग्राम कमेटियों के गठन का निर्णय लिया किया।
बैठक को संबोधित करते हुए किसान सभा के राज्य महासचिव सुमित दलाल ने कहा कि किसान आंदोलन की ऐतिहासिक जीत के बाद किसान लम्बित मुद्दों और किसानों की रोजमर्रा की समस्याओं पर आंदोलन छेड़ेंगे। केंद्र व प्रदेश सरकार कृषि विरोधी नीतियों के माध्यम से किसानों को उजाड़ना चाहती है। हाल में पेश किए गए बजट में भी सरकार कृषि में निवेश से सरकार पीछे हट रही है। किसानों के वर्तमान हालत पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि किसान कुदरत और सरकार दोनों की मार झेल रहा है। बारिश के चलते फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है और सरकार उसकी भरपाई करने की बजाय खानापूर्ति कर रही है।
जलभराव होने से खेतों में फसल खराब हो रही है, प्रशासन द्वारा पानी की निकासी के पुख्ता प्रबंध नहीं किये जा रहे। किसान सभा ने बारिश से बर्बाद फसलों के नुकसान की स्पेशल गिरदावरी करवाने, बिजली के ट्यूबवेल कनेक्शन देने, आवारा पशुओं पर रोक लगाने, बेमौसमी बारिश से बर्बाद फसलों का मुआवजा बढ़ाने की चिट्ठी जारी करने, बुढ़ापा पेंशन की शर्तें हटाने, बीमा कंपनियों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की गई। जिसको लेकर 22 फरवरी को आक्रोश प्रदर्शन किया जाएगा। किसान सभा जिला की बैठक में प्रधान रामनिवास राणा, विनोद दहिया, धर्मपाल मलिक, श्रद्धानंद सोलंकी, ब्रहम सिंह दहिया, हवा सिंह के अलावा दर्जनों किसानों ने हिस्सा लिया।