- -भगवान से यही कामना, लोगों को अपने आशीर्वाद से प्रकाशित करने वाले गुरूदेव गुप्ति सागर रहे हमेशा स्वास्थ
- -पूर्व मंत्री कविता जैन ने श्री दिगंबर जैन मंदिर में 48 दिवसीय भक्तामर महा अनुष्ठान कार्यक्रम में की शिरकत
- – संसद में पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांगे्रस की सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा जैन समुदाय को लेकर दिए गए विवादिन ब्यान की निंदा की
- -संसद की गरिमा में रहकर ही देना चाहिए सांसद को अपना ब्यान
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। हरियाणा की पूर्व मंत्री कविता जैन ने कहा कि कहा कि संतों का सान्निध्य जीवन में प्रेरणा जगाने का काम करता है। जीवन में आए दुर्गुणों को संतों का सान्निध्य ही खत्म कर सकता है और भारत के तो कण-कण में आध्यात्मिकता बसती है। यही वजह है कि भारत कोई राजनैतिक राज्य नहीं बल्कि मानव कल्याण का राज्य है। पूर्व मंत्री कविता जैन रविवार को दिगंबर जैन मंदिर में गुरूदेव गुप्ति सागर के उत्तम स्वास्थ्य की मंगलमयी कामना के लिए आयोजित 49 दिवसीय भक्तामर महा अनुष्ठान कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।
पूर्व मंत्री ने विशोक सागर के चरणों में श्रीफल भेंट करते हुए लिया उनका आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि मैं भगवान से यही प्रार्थना और कामना करती हूं कि लोगों को अपने आर्शीवाद से प्राकाशित करने वाले गुरूदेव हमेशा स्वस्थ रहें और लोगों को ऐसे ही सच्चाई के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करते रहें। पूर्व मंत्री ने जैन धर्म के सूत्रवाक्य अहिंसा परमों धर्म का जिक्र करते हुए कहा कि यह व्यक्ति को उसके जीवन का महत्व समझाने का एक रास्ता है। भारत देश पर सदा ही संतों की कृपा रही है और इसलिए संतों को राष्ट्र संत कहा जाता है। उन्होंने कहा कि भारत ने आध्यात्मिकता के क्षेत्र में पूरी दुनिया को राह दिखाई है और जब जरूरत पड़ी तो भगवान ने यहां खुद जन्म लिया है।
इस दौरान पूर्व मंत्री ने पश्चिम बंगाल से ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस से लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा संसद में गुजरात के अहमदाबाद में एक मांसाहार की दुकान बंद होने पर जो असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया है वह निराशाजनक है। संसद देश का सबसे बड़ा सदन है इसलिए सांसद को सदन की गरिमा में रहकर है ब्यान देना चाहिए। उन्होंने जैन समुदाय को लेकर जो विवादित टिप्पणी की है मैं उसकी निंदा करती है, क्योंकि उन्हें पता होना चाहिए कि शाकाहार जैनियों का दूसरा स्वभाव है, यह हमारे डीएनए का एक अविभाज्य हिस्सा है।
बिना सच्चाई के यह अपमानजनक आरोप लगाना ठीक नहीं है। इसलिए तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा को जैन समाज से माफी मांगनी चाहिए। अन्यथा जैन समाज उनकी इस गलत टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को लेकर मुकदमा दर्ज करवाएगा। कार्यक्रम में एसके जैन, मुकेश जैन, मनोज जैन, जयकुमार जैन, जगदीश जैन, राजेश जैन, पीयूष जैन, अतुल जैन, सौरव जैन, सुबोध जैन और भी काफी संख्या में गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।