- आंगनवाडी वर्करों को हलके में न ले सरकार
- सरकार दमन की नीति छोड़कर मांगों को पूरा करे
- आंगनवाड़ी वर्करों की हडताल को सीटू, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा व रिटायर कर्मचारी संघ ने दिया समर्थन
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। आंगनवाड़ी वर्करों की हड़ताल निरंतर जारी रही। आंगनवाड़ी वर्करों एवं हेल्परों, कार्यकर्ता सहायिकाओं ने उपायुक्त कार्यालय धरना स्थल पर गीता नागर, मंजू रानी की अध्यक्षता में धरना दिया, जबकि संचालन उषा रानी, सोना देवी, बाला ने किया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सीटू के राज्य महासचिव जय भगवान ने कहा कि हरियाणा सरकार जानबूझकर आंदोलन को लंबा करना चाहती है। वर्करों की छटनी की जा रही है, मुकदमे बनाए जा रहे हैं। जिनसे आंगनवाड़ी वर्कर्स डरने वाली नहीं है।
सरकार ने जो करना है वह करें, आंदोलन किसी भी सूरत में कमजोर नहीं होगा, आंदोलन तेज होगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार अपने वादे से मुकर रही है और प्रधानमंत्री की घोषणा को भी लागू नहीं कर रही है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। जब तक प्रधानमंत्री की घोषणा लागू नहीं होगी, जिसमें वर्कर को 15 सौ रुपए, हेल्पर्स को 750 रुपए तुरंत लागू किया जाए और मुख्यमंत्री के साथ हुए समझौते अनुसार वर्कमैन मानते हुए न्यूनतम वेतन लागू किया जाए और छठे महीने आने वाले महंगाई के आंकड़े वेतन में जोड़ें जाएं,पोषण ट्रैकर बंद हो आदि मसलों को लेकर हड़ताल और आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदर्शनकारियों को सीटू के जिला प्रधान आनंद शर्मा, एआईयूटीयूसी के राज्य उपाध्यक्ष ईश्वर सिंह राठी ने भी संबोधित किया और आंदोलन को और तीखा करने का आह्वान करते हुए कहा कि दो फरवरी को आंगनवाड़ी की वर्कर्स शहर में मानव श्रृंखला बनाकर विरोध करेंगे। उन्होंने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार मांगों का समाधान करने की बजाय, यूनियनों को तोड़ने का असफल प्रयास कर रही है। जिसमें सरकार कभी भी सफल नहीं होगी। टूटने वाली लीडर जा सकती हैं, लेकिन आंगनवाड़ी में कार्यरत तमाम वर्कर्स, हेल्पर्स आंदोलन का मन बना कर बैठी है आखरी दम तक आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि वे काम करना चाहती है, लेकिन सरकार उन्हें हडताल करने पर मजबूर कर रही है। आंगनवाडी वर्करों से अनेकों काम लिए जा रहे हैं, जबकि उस हिसाब से उन्हें मानदेय नहीं दिया जाता। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी वर्करों की कुछ मांगों पर सहमति बन गई है, कुछ मांगें अभी बाकी है। सरकार अपने वायदे से मुकर रही है। सीएम ने घोषणा की थी कि आंगनवाडी वर्करों को कुशल व अर्धकुशल का दर्जा और न्यूनतम वेतन देंगे। वह सीएम अपनी बात से मुकर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। सरकार दमन की नीति छोड़कर आंगनवाडी वर्करों की मांगों को पूरा करें। सरकार आंगनवाडी वर्करों को हलके में ले रही है, आंगनवाड़ी वर्करों की कोई नई मांग नहीं है जो सरकार ने घोषणा की थी, उसे लागू करने की मांग कर रही हैं।
उधर सीटू, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा एवं रिटायर्ड कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर पूरे प्रदेश में आंगनवाड़ी वर्करों पर बनाए जा रहे मुकदमे एवं की जा रही छटनी के खिलाफ दमन विरोधी दिवस मनाया गया। जिसमें सोनीपत जिले में भी सीटू, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा एवं रिटायर्ड कर्मचारी संघ हरियाणा के कर्मचारी, मजदूर, आशा, मिड डे मील, क्रैच वर्कर्स, तमाम विभागों के पक्के एवं ठेका कर्मचारी, ग्रामीण व शहरी सफाई कर्मचारी, बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर के कर्मचारियों, मजदूरों एवं महिलाओं ने हनुमान मंदिर के पीछे सर्व कर्मचारी संघ कार्यालय में इकट्ठा होकर हरियाणा सरकार के खिलाफ एवं आंगनवाड़ी वर्करों के समर्थन में दमन विरोधी दिवस मनाते हुए पुलिस लाइन के सामने से होते हुए उपायुक्त कार्यालय धरना स्थल पर पहुंचे।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान राममेहर शर्मा, सचिव जय भगवान दहीया, राज्य उपाध्यक्ष शिलक राम मलिक, विजेंद्र चहल, सीटू के जिला प्रधान आनंद शर्मा, कोषाध्यक्ष सीमा, आशा वर्कर यूनियन की प्रधान अनीता, मिल्टन साइकिल वर्कर्स यूनियन के प्रधान सुरेंद्र नैन, बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर के प्रधान पवन शर्मा, रिटायर्ड कर्मचारी संघ के नेता महेंद्र सिंह भनवाला, सतबीर धनखड़, राजपाल गुलिया कर रहे थे।
धरना स्थल से उपायुक्त कार्यालय तक प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार के नाम ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। उन्होंने मिल्टन साइकिल के मजदूरों को 9 महीने से वेतन न दिए जाने की कठोर शब्दों में निंदा की और उपायुक्त से मांग की कि मिल्टन साइकिल कर्मचारियों के वेतन की अदायगी करवाई जाए और कंपनी को चालू करवाया जाए। वही आंगनवाड़ी वर्करों पर दमन रास्ता छोड़कर, हरियाणा सरकार बातचीत का रास्ता अपनाएं और प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणा व मुख्यमंत्री के साथ हुए समझौते को लागू किया जाए। दमन किया तो पूरे प्रदेश के कर्मचारी म जदूर लामबंद होकर आंगनवाड़ी के समर्थन में सड़कों पर उतरेंगे। वही आशाओं एवं मिड डे मील का भी ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम भेजा और उनकी रुकी हुई फाइलों को चालू करवाने की मांग की।