- अस्पताल के आपातकालीन द्वार पर खड़े होकर रोष जताया
- दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है रोगियों की संख्या
- डाक्टरों ने कहा, जल्द मांगें पूरी नहीं हुई तो आपातकालीन सेवाएं कर देंगे बंद
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर सोनीपत जिला में सरकारी डॉक्टर मंगलवार को ओपीडी छोड़कर हडताल पर रहे। डॉक्टरों ने अस्पताल के आपातकालीन द्वार पर खड़े होकर अपना रोष जताया। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही सरकार द्वारा उनकी मांगों को पूर्ण नहीं किया गया तो वह आपातकालीन सेवाओं को भी पूर्ण रुप से बंद करने के लिए मजबूर होंगे। इस दौरान अस्पताल में आने वाले रोगियों को भी परेशानी का सामना करने को मजबूर होना पड़ा। सोनीपत में नागरिक अस्पताल के आपातकालीन द्वार के सामने आप देख सकते हैं कि ओपीडी को छोड़कर डॉक्टर अपना रोष प्रकट कर रहे हैं।
अधिकतर डॉक्टरों का कहना है कि सरकार द्वारा अस्पतालों में रोगियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बेड और आईसीयू की संख्यां तो जरूर बढ़ा दी गई है, लेकिन उनमें काम करने वाले डॉक्टरों को नहीं लगाया गया है। हालात ऐसे हैं कि यहां डॉक्टरों की कमी से वह बेहद परेशान और दुखी है। पर देश भर में एक हजार 800 से भी अधिक डॉक्टरों की कमी है। दिन प्रतिदिन रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन अस्पतालों में डॉक्टरों को नहीं लगाया जा रहा है। सोनीपत के तो ऐसे हालात है कि यहां तो कोई सर्जन ही नहीं है। जिस वजह से अक्सर रोगियों को दिक्कत परेशानी सहन करनी पड़ती है।
डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही उनकी मांगों को पूर्ण नहीं किया गया तो वह आपातकालीन जैसी सेवाओं को भी पूर्ण रुप से बंद करने के लिए मजबूर होंगे। डॉक्टर विकास सरकारी अस्पताल सोनीपत के डाक्टर विकास, डा. विशाल आदि ने कहा कि अगर जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो वे आपातकालीन सेवाएं भी बंद कर देंगे।