आंगनवाड़ी वर्कर 8वीं, 10वीं व 12वीं पास है, जो पोषण ट्रैक का काम नहीं कर सकती
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स सहायिका यूनियन व संबंधित यूनियनों का अपनी मांगों को लेकर 8 दिसंबर से लगातार धरना जारी है। सोमवार को उपायुक्त कार्यालय सोनीपत पर चल रहे धरने को कई कर्मचारी यूनियनों के पदाधिकारियों ने संबोधित किया। धरने पर बैठी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, जब तक कर्मचारी नहीं बनाया जाता, तब तक न्यूनतम वेतन वर्कर्स को 24000 व हेल्पर्स को 16000 दिया जाए, 2018 में की गई घोषणाओं को लागू करते हुए महंगाई भत्ते की तमाम किस्तें मानदेय में जोड़ कर दी जाए, महंगाई भत्ते का बकाया एरियर भी तुरंत दिया जाए।
प्रधानमंत्री द्वारा सितंबर 2018 में की गई वर्कर्स व हेल्पर्स की 1500 एवं 750 की बढ़ोतरी को एरियर समेत दिया जाए। आंगनवाड़ी वर्कर्स को 5 लाख व हेल्पर्स को 3 लाख रिटायरमेंट लाभ दिया जाए, रिटायरमेंट पेंशन लागू की जाए। आंगनवाड़ी वर्कर को एक सोशल वर्कर के रूप में भर्ती किया जाता है। उन्होंने कहा कि पोषण ट्रैक का काम आंगनवाड़ी कार्यकर्ता नहीं करेंगी, क्योंकि आंगनवाड़ी वर्कर 8वीं, 10वीं व 12वीं पास है, जिन्हें कंप्यूटर चलाना नहीं आता। वे पोषण ट्रैक का काम नहीं कर सकती, पहले की तरह रजिस्टर पर ही काम करेगी, क्योंकि वे ऑनलाइन करने में सक्षम नहीं है। इस मौके पर विभिन्न केन्द्रों की सैकड़ों आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व हैल्पर मौजूद रही।