- आंगनवाड़ी वर्कर यूनियन पूरे हरियाणा में ताला बंद व कलमबंद हड़ताल शुरू करेगी
- जिला प्रधान सरोज दहिया ने कहा कि अगर समय पर मांगें नहीं मानी गई तो केन्दों पर लगा देंगे ताला
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। आंगनवाड़ी वर्कर हैप्पर यूनियन का दूसरे दिन भी धरना प्रदर्शन लघु सचिवालय पर जारी रहा। जिसमें हरियाणा की तालमेल कमेटी में फैसला लिया गया कि जो 26 नवम्बर को पूरे हरियाणा से उपायुक्तों के माध्यम से मांग पत्र दिया गया। जिसका सरकार द्वारा कोई समाधान नहीं किया गया। पूरे हरियाणा में सभी आंगनवाड़ी वर्कर्स हेल्पर धरना शुरू हो चुका है। आज धरने का दूसरा दिन है। अगर सरकार ने समय रहते हमारी मांगे नहीं मानी तो इसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी और पूरे हरियाणा में ताला बंद व कलमबंद हड़ताल शुरू करेगी।
प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला प्रधान सरोज दहिया ने की। धरने का संचालन जिला महासचिव ओमपती ने किया। जिसमें 2018 में हुए धरने के दौरान लम्बित मांगों के बारे में बताया गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 2018 में समझौता किया गया था कि सभी को कुशल व अर्धकुशल का दर्जा दिया गया था, वह आज तक लागू नहीं किया गया। इसे तुरन्त प्रभाव से लागू किया जाए। जब तक हमें सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया जाता तब तक वर्कर को 24 हजार और हेल्पर को 16 हजार मानदेय दिया जाए।
सरकार आंगनवाड़ी केन्द्रो कों एनजीओ के माध्यम से चलाना चाहता है। इसका हमारी यूनियन कड़े शब्दों में विरोध करती है। प्ले स्कूल के नाम से विभाग गुमराह कर रही है। ऐसा हम नहीं होने देगें। केन्द्र सरकार ने 15 सौ और साढ़े सात सौ रूपए लागू करने की बात कही, जो अब तक लागू नहीं हुए। नई शिक्षा नीति को पूरे भारत में 2030 तक करने का लक्ष्य है, वह हरियाणा सरकार 2025 तक पूरा करने की कह रही है। वह कभी पूरा नहीं होने देंगें। केन्द्र सरकार ने 1500 और 750 रूपए लागू करने की बात कहीं थी, जो अब तक लागू नहीं किए गए। हैप्पर से बर्कर, वर्कर से सुपरवाइजर की आयु सीमा हटाई जाए। रिटायरमेन्ट पर 5 लाख वर्कर, तीन लाख हैल्पर को पेंशन व लागू किया जाए। आगनवाड़ी भवनों का किराया बड़े शहरों में पांच हजार, छोटों में तीन हजार व गांव में दो हजार लागू किया जाएं।
हैल्पर के विभागीय मिटिंग व ट्रैनिंग में बुलाने पर टीए डीए दिया जाए। आंगनवाडी हैल्पर की दुघर्टना होने पर ईलाज का पूरा खर्चा दिया जाए। सुपरवाईजर की भर्ती पर 50 प्रतिशत छुट दिया जाए। टीएडीए से 18 किलोमीटर स्कीम को बंद किया जाए। आईसीडीएस के खाली पदों को भरा जाए। सभी वर्कर हैल्पर को ईएसआई एवं पीएफ के तहत कवर किया जाएं व तुरन्त इनके खाते खोले जाए। हैल्पर व वर्कर को मेडिकल अवकाश दिया जाए। शरान की सप्लाई समय व साफ सुधरी होनी चाहिए। हेल्पर व वर्कर की वर्दी का पैसा 2 हजार दिया जाए। गर्मी व सर्दी की छुट्टी लागू की जाए। ईंधन की राशि को बढ़ाया जाए। सिलिंडर स्वयं विभाग भरवाकर दे। साल 2018 में की गई घोषणाओं को लागू करते हुए महंगाई भते की तमाम बकाया किस्त मानदेय में जोड़कर दी जाए। महंगाई भन्ने का एरियर तुरन्त दिया जाए।
पोषण ट्रैकर की सटे हाइकोर्ट से ली हुई है, फिर भी विभाग द्वारा बर्करों पर दबाव दिया जा रहा है, जिसका हम विरोध करते हैं। आईसीडीएस की छह सेवाओं और पांच उदेश्यों से अलग, कोई कार्य न लिया जाए। विभाग के अलावा अन्य करवाया जाए। आन्दोलन के दौरान आंगनवाड़ी वर्करों पर बने मुकदमें निरस्त किया जाएं। विभाग से जो भी सामान आए उसे सीधा सैटरों पर भेजा जाए। अगर समय रहते सरकार यूनियन से बातचीत नहीं करती है तो वर्कर हैल्पर यूनियन तालमेल कमेटी पूरे हरियाणा में धरने पर बैठ गए हैं, वह लम्बे समय तक चलेगा। जिसकी जिम्मेबारी सरकार की होगी। पूरे हरियाणा में ताला बंद व कलमबंद हड़ताल शुरू करेगी। धरने को सभी ब्लॉक प्रधानों ने सरोज दहिया, ओमपती, कृष्णा, सुशीला चंचल, उषा, निर्मला, कान्ता, संतोष, शीला, सुशीला, रेखा आदि ने संबोधित किया।