- सोनीपत में अलग-अलग वार्ड में नहीं मिलता समय पर पानी
- शिकायत देने पर भी होती है लीपापोती
- सप्लाई आने वाला पानी होता है बदबूदार और गंदा
- पानी की समस्या को लेकर नहीं हो पा रहा निदान
- नगर निगम के गेट के सामने बैठकर कर दे रहे हैं धरना प्रदर्शन
- निगम पार्षद ने कहा पानी की समस्या का जब तक निदान नहीं, ताला नहीं खुलेगा
- गंदा पानी पीने से बच्चे बुजुर्ग हो रहे हैं बीमार
- नगर निगम प्रशासन पर लगाया अनदेखी और लापरवाही का आरोप
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। शहर के अलग-अलग बाढ़ में गंदा पानी सप्लाई होने वह समय पर पानी ना पहुंचने के कारण पार्षदों ने मिलकर मंगलवार को सोनीपत नगर निगम कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। पार्षदों का आरोप है कि 10 महीने पार्षद बने हो चुके हैं, तभी से घरों में पानी की समस्या को लेकर असंख्य बार शिकायत दी जा चुकी है। हालात यह है कि घरों में पीने के पानी के साथ सीवरेज का गंदा पानी सप्लाई होता है, जिसके कारण बच्चे बुजुर्ग और अन्य लोग बीमार पड़ रहे हैं और वही काफी क्षेत्र ऐसा भी है, जहा पर पीने के पानी की सप्लाई 7 दिन से ज्यादा का समय से बाधित पड़ी हुई है।
नगर निगम पार्षद इन्दु बलेचा, हरिप्रकाश सैनी, सुरेन्द्र नैय्यर व जटवाडा मोहल्लावासियों ने कहा कि जल ही जीवन है और सरकार ने लोगों के घर-घर तक पानी पहुंचाने का बेहतरीन जिम्मा अधिकारियों पर लगाया है, लेकिन अधिकारी है कि सरकार की जल योजना को न केवल पलीता लगा रहे हैं, बल्कि सरकार की छवि पर कालिख रगड़ने से बाज नहीं आ रहे। ताजा मामला सोनीपत का है जहां पर नगर निगम कार्यालय के मुख्य गेट पर पानी की परेशानी को लेकर अलग-अलग वार्ड के पार्षद और कॉलोनी के लोगों ने मिलकर ताला जड़ दिया। पार्षदों का आरोप है कि सोनीपत में 10 महीने से पार्षद बने हो गए हैं। अभी तक के पीने के पानी की समस्या का निदान नहीं हुआ है। घरों में सप्लाई का पानी कई-कई दिन में पहुंचता है और जब भी घरों में पानी आता है तो सीवरेज का गंदा पानी पीने के पानी के साथ मिक्स होकर घरों में पहुंचता है। जिसके कारण बच्चे बुजुर्ग व अन्य लोग बीमार पड़ रहे हैं।
नगर निगम कार्यालय पर ताला जड़ने को लेकर पार्षदों ने कहा कि प्रशासन कोई भी काम नहीं कर रहे हैं। नगर निगम पार्षदों ने कहा कि जाजल रेनीवाल भी बंद पड़ा हुआ है। वार्ड में लगे हुए पंपसेट भी सुचारू रूप से काम नहीं करते हैं। बार-बार शिकायत देने के बाद भी निदान नहीं होता। 10 महीने से ज्यादा के समय बीत जाने के बाद भी समस्या हल नहीं हुई तो ताला जड़ने को मजबूर हुए हैंञ उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि घरों में पानी जहर के बराबर पहुंचता है। डेंगू, मलेरिया से इंसान बन सकता है, लेकिन गंदे पानी पीने से इंसान बचना मुश्किल है। वहीं स्थानीय कॉलोनी की महिलाओं ने भी आरोप लगाया है कि घरों में पीने का पानी कई दिनों से नहीं पहुंचा है। कुछ घर ऐसे हैं, जहां पानी पहुंचता है तो पानी काफी गंदा और बदबूदार होता है, जिससे उनके परिवार के सदस्य बीमार पड़ रहे हैं।