सोनीपत के अलावा दूर दराज के श्रद्धालुओं ने मत्था टेक कर की माता की
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। जिले में दूर्गा अष्टमी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया। जिले में माता के भक्तों अष्टमी की कढाई कर कन्याओं का पूजन कर अपना व्रत खोला। सोनीपत शहर के निकटवर्ती गांव चिटाना में बुधवार को श्री देवीजी चिटाने वाली माता का मेला आयोजित किया गया। मेले में दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश तथा अन्य कई राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने माता की पूजा अर्चना की और मन्नतें मांगी। माता चिटाने वाली का मेला वर्ष में दो बार नवरात्रों में आयोजित किया जाता है। इस मेले को चमत्कारी माता का मेला भी कहा जाता है। मंदिर समिति के प्रधान ने बताया कि मंदिर में प्रसाद चढ़ाने वालों को लाईन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। इससे आस-पास के तमाम रास्तों पर उत्सव जैसा माहौल बन जाता है।
माता की आरती में भक्त बढ़-चढक़र भाग लेते हैं। शंख, घडिय़ाल, ढोलक व मंजीरों के साथ उच्चें स्वर में आरती गायन से दूर-दूर तक का वातावरण भक्तिमय हो उठा। मेले में माता की आराधना के प्रति भक्तों व श्रद्धालुओं का उन्माद देखते ही बनता है। मंदिर के पास एक तालाब भी है, जिसमें सात बार मिट्टी निकालने का विशेष महत्व है। उन्होंने बताया कि इस मेले में माता से सच्चे मन से मांगी गई मन्नतें अवश्य पूरी होती हैं। इसलिए देश के कोने-कोने से हर साल श्रद्धालु इस मेले में शामिल होने के लिए आते हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर समिति द्वारा ग्रामीणों के सहयोग से बाहर से आए श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए विशेष प्रबंध किया जाता है। मेले में सजी-धजी दुकानें विशेष रूप से बच्चों के आकर्षण का केंद्र बनी रही। श्रद्धालु बडी श्रद्धा के साथ आते हैं और माता के दर्शन करने के पश्चात प्रसाद ग्रहण कर अपने गंतव्य लौट जाते है।