रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। देश की आजादी के लिए युवावस्था में ही अपने जीवन का बलिदान देने वाले भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए अभियान चलेगा, इसके लिए शहीद भगत सिंह सम्मान समिति का गठन किया गया है। युवाओं में इस बात को लेकर आक्रोश है की आजादी का 75वां अमृत महोत्सव देश मना रहा है, लेकिन अब तक इन तीन महान बलिदानयों को शहीद का दर्जा नहीं दिया गया, जबकि पूरा देश इनकी फांसी वाले दिन 23 मार्च को शहीदी दिवस के रूप में मनाता है। देश में जगह-जगह इनकी प्रतिमाएं स्थापित की गई, फिर शहीद का दर्जा देने से परहेज क्यों ?
सोमवार को सेक्टर 15 में आयोजित बैठक में युवाओं ने कहा कि देश की संसद में जब जब इस बारे में आवाज उठी तब सभी नेताओं ने माना कि शहीद का दर्जा मिलना चाहिए, परंतु देती कोई सरकार नहीं। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने कहा कि शहीद भगत सिंह युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत है इसलिए उन्हें शहीद का दर्जा न देने के कारण किताबों में आतंकवादी घोषित किया जाता है। उन्होंने कहा कि शहीद का दर्जा देने से इनके परिवार को कोई आर्थिक लाभ नहीं चाहिए, बस केवल आतंकवादी का तमगा इनके माथे से हट जायेगा। राजीव जैन ने कहा कि इस मुहिम को जोरदार ढंग से चलाया जायेगा, ताकि सरकार इस महान योद्धाओं को शहीद का दर्जा देने पर गंभीरता से विचार करें।