हजारों दैनिक यात्री जान जोखिम में डालकर दिल्ली जाने को मजबूर
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। करीब दो साल से भंयकर परेशानी झेल रहे दैनिक यात्रियों की सरकार सुध नहीं ले रही। कोरोना काल की आड में सुविधाएं देने की बजाय किराया कई गुणा बढाकर व मासिक पास बन्द कर सरकार दैनिक यात्रियों को लूटने का काम कर रही है। उपरोक्त आरोप आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विमल किशोर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर लगाए। उन्होंने कहा कि प्राइवेट तथा सरकारी नौकरी के अलावा जरूरी काम से सोनीपत से दिल्ली हजारों दैनिक यात्री जाते हैं।
कोरोना काल से ट्रेनें बंद होने के कारण सैकड़ों दैनिक यात्री बेरोजगार हो गए हैं, जो यात्री नौकरी कर रहे हैं, उन्हें सभी ट्रेन न चलने के कारण जान जोखिम में डालकर भेड़ बकरी की तरह भरकर जाना पड़ रहा है। आप नेता विमल किशोर ने कहा कि कोरोना काल से पहले सोनीपत से दिल्ली 10 लोकल दैनिक यात्री ट्रेन चलती थी, जो लगभग 2 साल बंद होने के बाद दोबारा से शुरू की गई हैं। जो मात्र दो से तीन ट्रेन शुरू की गई हैं, जबकि कोरोना काल को देखते हुए ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए थी, किंतु बढ़ाना तो दूर की बात है, बल्कि ट्रेन कम कर दी गई। ट्रेन का किराया कई गुणा बढा दिया गया तथा मासिक पास भी बंद कर दिया गया, जो दैनिक यात्रियों के साथ सरासर अन्याय है।
विमल किशोर ने मांग की कि कोरोना काल के कारण लगभग 2 साल से बंद ट्रेनों को जल्द सुचारू रुप से चलाने के साथ कोरोना काल को देखते हुए ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाए तथा मासिक पास पहले की तरह फिर से शुरू किया जाए। ट्रेन का बढाया गया किराया पहले की तरह कम किया जाए। विमल किशोर ने कहा कि यदि दैनिक यात्रियों की समस्याओं का समाधान शीघ्र नहीं किया गया तो सभी दैनिक यात्रियों को साथ लेकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।