रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश प्रभारी राजीव जैन ने गृहमंत्री अनिल विज से आग्रह किया है कि कोरोना संक्रिमत केसों में कमी के चलते लॉकडाउन में ढील दी जाए, ताकि व्यापारी विशेषकर छोटे दुकानदार आर्थिक मंदी की मार से बच सकें। शनिवार को गृहमंत्री से टेलीफोन पर बातचीत करते हुए राजीव जैन ने कहा कि कोरोना की पहली लहर में लगे लॉकडाउन से व्यापारी थोड़ा बहुत उभर पाये थे, परंतु दूसरी लहर में लगे लॉकडाउन से उनकी कमर पूरी तरह टूट चुकी है। उन्होंने कहा कि यदि लॉकडाउन पूरी तरह नहीं हटाने का निर्णय सरकार लेती है तो ट्रायल आधार पर चार घंटे या फिर वैकल्पिक दिवस के अनुसार दुकानें खोलने की छूट प्रदान की जाए।
राजीव जैन ने कहा कि सरकार सभी वर्गों की सुध ले रही है, परंतु देश प्रदेश की अर्थव्यवस्था के कर्णधार व्यापारियों को ऐसे हालातों में सरकार कोई मदद नहीं करती। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि केंद्र सरकार के वित्तमंत्री से बात करके अप्रैल माह की मई में जमा होने वाली जीएसटी की राशि 6 माह के लिए स्थगित की जाए, ताकि व्यापारी जीएसटी की राशि से अपना व्यापार खड़ा कर सके। राजीव जैन ने हरियाणा सरकार से यह आग्रह किया है कि व्यापारियों की बैंक लोन लिमिट पर लगने वाले ब्याज में रियायत देने के लिए केंद्र सरकार से बातचीत की जाए। यदि सरकार यह छूट प्रदान करती है तो व्यापारी वर्ग के लिए संजीवनी बूटी साबित होगी। जैन ने यह भी सुझाव दिया कि लॉकडाउन आगे बढ़ाए जाने पर किरयाणा, मेडिकल, दूध, बीज की दुकानों को तो छूट मिल जाती है, परंतु 1 माह से बंद पड़ी दुकानों में धूल-मिट्टी और भारी बरसात से सीलन आ चुकी है। इसलिए बाकी दुकानों को आधे दिन की छूट दस दिन में एक बार साफ-सफाई करने के लिए अवश्य प्रदान कि जाए।