-प्रकृति की रक्षा करने के लिए पर्यावरण की दिशा में बढाने होंगे अहम कदम, -कोरोना महामारी के दौरान ऑक्सीजन की कमी का कारण कहीं न कहीं पेड़ों की होने वाली कटाई भी है, -पेड़ों के कटाई के कारण वातावरण में हुई ऑक्सीजन की कमी
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने कहा कि जिला की प्रत्येक पंचायत गांव की गौचरण भूमि पर पौधारोपण करने के लिए ठोस कदम उठाएं, ताकि प्रत्येक गांव प्रकृति संरक्षण में अपना अहम योगदान दे सकें। प्रकृति ने हमें प्राचीन समय से ही इस धरती पर जीने के लिए हर वो आवश्यक वस्तु दी जो मनुष्य के जीवन के लिए जरूरी थी। लेकिन कभी आपने सोचा है कि हमने प्रकृति को क्या दिया। इसलिए हमें प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने के लिए पर्यावरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढाने होंगे, नहीं तो वो दिन दूर नहीं कि मनुष्य का अस्तित्व खतरे में आ जाएगा। क्योंकि अगर इस धरती पर प्रकृति नहीं तो मनुष्य का जीवन भी संभव नहीं है।
उपायुक्त ने रविवार को कुमासपुर नंदीशाला में पौधारोपण करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौरान होने वाली ऑक्सीजन की कमी का कारण कहीं न कहीं पेड़ों की अधिक कटाई भी है। मनुष्य ने अपने विकास के लालच में प्रकृति को इतना नुकसान पहुंचा दिया है कि मनुष्य को अनेक बिमारियों का सामना करना पड़ रहा है। पेड़ों की अधिक कटाई के कारण वातावरण में ऑक्सीजन का संतुलन बिगड़ गया है और वातावरण में ऑक्सीजन की कमी हो गई है। उपायुक्त पूनिया ने पौधो की सुरक्षा के लिए अपने निजी कोष से लोहे कि ग्रील लगाई ताकि पौधों को पशुओं तोड़ ना सके। उपायुक्त ने कहा कि ट्रीमैन देवेन्द्र सूरा व उनकी टीम जो कार्य कर रहे है वो बहुत ही सराहनीय है जो प्रकृति संरक्षण कार्य में भी ये युवा एक क्रांतिकारी के रूप में कार्य कर रहे है। वे पौधारोपण कर प्रकृति की रक्षा करने के साथ मनुष्य की रक्षा भी करने का कार्य कर रहे है, क्योंकि बिना ऑक्सीजन मनुष्य एक मिनट भी जिंदा नहीं रह सकता।
उन्होंने कहा कि प्रकृति के संरक्षण को लेकर सभी युवाओं को मिलजुल कर कार्य करना चहिए तभी मनुष्य जीवन को बचाया जा सकता है। इस मौके पर पौधारोपण करते हुए सहायक आयुक्त (यूटी) सलोनी शर्मा ने कहा कि हम इस धरती पर जन्म लेते है और इस प्रकृति के सहारे ही बड़े होते है और अनेक सफलताएं हासिल करते हैं। इसलिए हर मनुष्य का दायित्व बनता है कि वो अपने जीवन में अधिक से अधिक पौधारोपण करें और हमारी आने वाली पीढियों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बने। क्योंकि अगर कोई मनुष्य एक पेड़ लगाता है और उसकी देखभाल करता है तो वह पेड़ बडा होकर उस मनुष्य की कई पीढियों को आक्सीजन तथा फल व फूल देने का कार्य करता है। इस मौके पर उपायुक्त पूनिया ने नंदीशाला का निरीक्षण किया और नंदीशाला की सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने कुमासपुर के नंदीशाला की व्यवस्था को देखते हुए वहां पर कार्य करने वाले लोगों की सराहना की और कहा कि यह नंदीशाला व्यवस्थाओं के रूप में जिला में अपने आप में एक बड़ा उदाहरण है। यहां पर गौ माताओं को हर प्रकार की सुविधा मुहैया करवाई जाती है। पौधारोपण अभियान में नंदीशाला के कर्मचारी घनश्याम, जय भगवान, चंदगीराम, इरफान इमरान, सोनी, सुलतान, आबिदा, सोनम, बिमला, सरोज, उत्तम, बिजेन्द्र, योगेश तथा मोहित का विशेष योगदान रहा।